श्रीलंका-नेपाल में निवेश कर बर्बाद होने के बाद पाकिस्तान से भी चीन के लिए बुरी खबर, CPEC में तुर्की को क्यों शामिल कराना चाहते हैं शहबाज

By अभिनय आकाश | May 21, 2022

पहले श्रीलंका और बाद में नेपाल में निवेश कर बर्बाद होने के बाद अब पाकिस्तान से भी चीन के लिए बुरी खबर आई है। चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना में अब तुर्की को भी शामिल करना चाहता है। ये खबर चीन को इसलिए भी परेशान कर सकती है क्योंकि हाल ही में सीपीईसी प्रोजेक्ट में लगे अपने नागरिकों पर हुए आतंकी हमलों से डरा हुआ है। यही नहीं जिनपिंग ने आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान से चीनी नागरिकों को वापस बुलाने का फरमान जारी किया था। इस बीच अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाद शरीफ ने चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना में चीन पाकिस्तान और तुर्की के बीच त्रिआयामी व्यवस्था बनाने का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कहा कि इससे तीनों मित्र देशों को भरपूर फायदा होगा। 

इसे भी पढ़ें: कश्मीर की आबोहवा में जहर घोलने वाले यासीन मलिक पर NIA Court आज सुनाएगी फैसला, पाकिस्तान बना पैरोकार, लगाई ये गुहार


सीपीईसी 60 अरब डॉलर की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर इसका मार्ग गुजरने को लेकर भारत ने चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। इस फैसले के बाद से ये साफ हो गया है कि सीपीईसी को लेकर डींगे हांकने वाला पाकिस्तान अब गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है।  

तुर्की को शामिल कराना चाहते हैं शहबाज

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) को चीन, पाकिस्तान और तुर्की के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते में तब्दील करने का शुक्रवार को प्रस्ताव किया। पाकिस्तान के इस कदम का उद्देश्य तीनों मित्र देशों को सीपीईसी से फायदा पहुंचाना है। शरीफ ने कराची शिपयार्ड एंड इंजिनियरिंग वक्स्र् के एक उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह कहा।

 

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज