By अनन्या मिश्रा | Jul 25, 2025
एक्सपर्ट के अनुसार, अधिकतर महिलाएं जो रिमोट जॉब करती हैं या फिर पढ़ाई कर रही हैं, तो वह लंबे समय तक लैपटॉप को गोद में रखकर काम करती हैं। जोकि मेडिकल के लिहाज से भी सही नहीं है। इससे महिलाओं को नुकसान हो सकता है।
जब भी आप लैपटॉप को गोद में रखकर काम करते हैं, तो लैपटॉप से हीट पैदा होती है। वहीं त्वचा के संपर्क में आकर यह स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा लंबे समय तक करते रहने से टोस्टेड स्किन सिंड्रोम हो सकता है।
इसके कारण त्वचा पर धब्बे हो सकते हैं। या फिर स्किन का रंग बदल सकता है या स्किन इरिटेशन होने लगती है। लंबे समय तक लैपटॉप को गोद में रखकर काम करती हैं, तो इसका त्वचा पर बुरा असर हो सकता है। तो वहीं कुछ मामलों में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन की वजह से स्किन कैंसर हो सकता है। इसलिए लैपटॉप को गोद में रखकर घंटों तक काम करना सही नहीं है।
बता दें कि लैपटॉप को गोद में रखकर इस्तेमाल करने से पेल्विक एरिया में हीट को बढ़ा सकती है, जिसका फर्टिलिटी पर भी बुरा असर होता है।
लैपटॉप का रेडिएशन और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड खतरे की वजह बन सकते हैं। खासकर यदि आप प्रेग्नेंट हैं, तो इसके कारण फीटस पर बुरा असर हो सकता है। लेकिन लो लेवल के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड से अमूमन अधिक खतरा नहीं होता है।
अगर आपको इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड से सेंसिटिविटी है, तो ज्यादा समय तक लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से आपको सिर में दर्द हो सकता है।
लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने के दौरान आपका जो बॉडी पॉश्चर होता है, वह भी काफी नुकसानदेह होता है। इस दौरान आपके कंधे झुके होते हैं और गर्दन भी नीचे की तरफ होती है। लंबे समय तक ऐसा करने से गर्दन, कंधों और पीठ में दर्द हो सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो अगर आप लंबे समय तक लैपटॉप पर काम करती हैं, तो इसको गोद में नहीं रखना चाहिए। इसलिए लैपटॉप को टेबल या स्टैंड पर रखना चाहिए। वहीं कूलिंग पैड का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।