By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 20, 2018
नयी दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान आनंद अमृतराज का मानना है कि एक हफ्ते में ‘वर्ल्ड कप ऑफ टेनिस’ का आयोजन करना बहुत ही खतरनाक विचार है क्योंकि इससे ‘होम एंड अवे’ मुकाबलों की आकर्षण खत्म हो जायेगा जिसकी बदौलत भारत जैसे देशों को राफेल नडाल जैसे खिलाड़ियों की मेजबानी का मौका मिल जाता है। आईटीएफ के निदेशकों के बोर्ड ने सर्वसम्मति से सत्र के अंत में ‘वर्ल्ड कप ऑफ टेनिस फाइनल्स’ कराने के प्रस्ताव का समर्थन किया है जिसमें 18 देश शामिल होंगे। मैच एक हफ्ते में नवंबर में डेविस कप फाइनल के पारंपरिक हफ्ते की तरह एक ही स्थल पर खेले जायेंगे।
अगस्त में ओरलांडो में होने वाली आईटीएफ की आम सालाना बैठक में इस पर वोट किये जायेंगे और इसे मूर्त रूप देने के लिये दो तिहाई मतों की जरूरत होगी। यह बदलाव वाला विचार आईटीएफ के एक निवेशक ग्रुप ‘कोस्मोस’ से करार के बाद आया है जो स्पेन के अंतरराष्ट्रीय और एफसी बार्सिलोना के फुटबालर गेरार्ड पिक की कंपनी है। अमृतराज ने कहा कि, ‘यह वर्ल्ड कप ऑफ टेनिस का एक हफ्ते के प्रारूप का प्रस्ताव खतरनाक विचार है। अगर आईटीएफ अध्यक्ष डेव हैगर्टी ने शीर्ष खिलाड़ियों को खुश रखने और कुछ वित्तीय फायदे के लिये के इसे बोला है तो यह और भी खराब विचार है।’
फाइनल्स में रांउड रोबिन प्रारूप होगा, जिसके बाद क्वार्टरफाइनल नाकआउट चरण होगा। प्रत्येक मुकाबले में दो एकल होंगे और एक युगल जो ‘बेस्ट आफ थ्री सेट’ के होंगे। इसमें 16 विश्व ग्रुप देश स्वत : ही फाइनल्स के लिये क्वालीफाई कर लेंगे और दो देशों को चुना जायेगा।