By अनन्या मिश्रा | Oct 09, 2025
हर साल 09 अक्तूबर को विश्व डाक दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के एक विशेष संगठन विश्व डाक संघ की स्थापना की वर्षगांठ के रूप में विश्व डाक दिवस मनाया जाता है। जोकि साल 1874 में स्थापित किया गया था। विश्व डाक दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य डाक सेवाओं के महत्व के बारे में ग्राहकों को जागरूक करना और डाक सेवाओं के जरिए से दुनिया भर में लोगों को जोड़ने में भूमिका को पहचानना है। विश्व डाक दिवस का दिन डाक सेवाओं के इतिहास, समाज में योगदान और उनकी प्रगति को मनाने का अवसर प्रदान करता है। तो आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, महत्व और विजन के बारे में...
इस दिन विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें डाक सेवाओं से जुड़े लोगों को सम्मानित करना, डाक टिकटों की प्रदर्शनी और डाक सेवाओं के बारे में जागरूकता अभियान शामिल हैं। भारत में हर साल राष्ट्रीय डाक सप्ताह 09 से 15 अक्टूबर तक मनाया जाता है।
राष्ट्रीय डाक दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य आम जन को भारतीय डाक विभाग के महत्वपूर्ण योगदान से अवगत कराना है। सप्ताह के हर दिन अलग-अलग दिवस मनाए जाते हैं। जैसे 09 अक्तूबर को राष्ट्रीय डाक दिवस, 10 अक्तूबर को विंग बैंक दिवस, 11 अक्टूबर को पीएलआई दिवस, 12 अक्टूबर को डाक टिकट संग्रह दिवस, 13 अक्टूबर को व्यापार दिवस और 14 अक्तूबर को बीमा दिवस और 15 अक्तूबर को मेल दिवस मनाया जाता है। सेविंग दिवस पर डाक बचत योजना के बारे में ग्राहकों को विस्तृत जानकारी दी जाती है।
इसमें ग्राहकों को बताया जाता है कि कौन सी बचत योजना उनके लिए लाभदायक है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों के बीच डाक विभाग के उत्पाद के बारे में जानकारी देने के साथ डाकघरों के बीच सामंजस्य स्थापित करना और उनको जागरूक करना है। वहीं इस दिन बेहतर काम करने वाले कर्मचारियों को पुरुस्कृत किया जाता है।