जायरा का निर्णय उनके धर्म के लिये अहितकारी व लोगों के मन में गलत धारणा बनाने वाला कदम: प्रियंका

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 01, 2019

नयी दिल्ली। ‘दंगल’ की अभिनेत्री जायरा वसीम ने अपने काम को उनके आस्था के रास्ते में आने का आधार बताकर फिल्मों में अभिनय छोड़ने का फैसला किया है। हालांकि फिल्मों में काम छोड़ने के उनके फैसले पर राजनीतिक गलियारे में बहस छिड़ गयी है। कांग्रेस और नेकां के नेताओं ने इसे अभिनेत्री का निजी फैसला बताकर जहां उनके फैसले का समर्थन किया है वहीं शिवसेना ने इसे उनके धर्म के लिए अहितकारी और गलत धारणा बनाने वाला बताया है। रविवार को फेसबुक पर अपने लंबे-चौड़े पोस्ट में 18 वर्षीय कश्मीरी अभिनेत्री ने कहा कि इस पेशे (फिल्मों) में उन्होंने पांच साल पूरे कर लिये हैं और अब वह कबूल करना चाहती हैं कि अपने इस काम से मिली ‘‘पहचान से वह वाकई में खुश नहीं हैं।’’

इसे भी पढ़ें: जायरा वसीम के लिए कर्म से बड़ा धर्म! लोगों ने किए ऐसे कमेंट

शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने कई पोस्ट किये। उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी को अपने आस्था के पालन का अधिकार है, लेकिन कॅरियर के चयन के लिये इसे (धर्म को) असहिष्णु नहीं ठहराना चाहिए, जो हकीकत में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में उनका यह कदम उनके धर्म के लिये बहुत अहितकारी और लोगों के मन में गलत धारणा बनाने वाला है और यह इस्लाम के बारे में उन बातों को बल देता है कि इस्लाम असहिष्णु है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दी सिनेमा ने इसी धर्म से आये लोगों की सफलता की कई कहानियां देखी हैं। क्या उनकी यह वजह (फिल्मों में अभिनय छोड़ने की) उन दिग्गज कलाकारों पर भी लागू होती है कि वे सभी अपने धर्म को नहीं जानते? कुछ लोग उनके फैसले की बराबारी विनोद खन्ना से कर रहे हैं, जिन्होंने कहा था कि उनके कॅरियर के चुनाव में उनकी आस्था आड़े आ रही थी।’’ वसीम ने अपने पोस्ट में कहा था कि ऐसा लगता है कि वह कुछ बनने के लिये काफी लंबे अर्से से जद्दोजहद कर रही हैं।