By अभिनय आकाश | Feb 14, 2022
वर्ल्ड वॉर थ्री का पैनिक बटन ऑन हो चुका है। रूस और यूक्रेन का तनाव अब अपने भयानक दौर में पहुंच चुका है। किसी भी वक्त जंग छिड़ सकती है। दावा किया जा रहा है कि 16 फरवरी को रूस बनाम यूक्रेन महासंग्राम का आगाज हो जाएगा। बेलारूस में बड़ी तादाद में रूसी सेना मौजूद है। होमिल और यूक्रेन की तरफ रूसी सेना के जत्थे बढ़ने की खबर भी सामने आई है। इसके साथ ही यूक्रेन की सीमा पर रूस की स्किंदर मिसाइल भी तैनात कर दी गई हैं। दावा किया जा रहा है कि 150 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन को कई तरफ से घेर चुके हैं। रूस ने यूक्रेन को तीन तरफ से घेर रखा है जिसमें बेलारूस, रूस और ब्लैकसी है।
जंगी साजो-सामान का जमावड़ा बढ़ता जा रहा
आशंका जताई जा रही है कि 55 घंटे बाद रूसी सेना यूक्रेन पर हमला कर देगी। युद्ध के बादल इसलिए गहरे नजर आ रहे हैं क्योंकि 40 घंटे पहले अमेरिकी एनएसए जैक सुलेवन ने एक वॉर्निंग कॉल दी थी, जिसमें दावा किया गया कि विंटर ओलंपिक खत्म होने के साथ ही रूस यूक्रेन पर चढ़ाई कर देगा। हर गुजरते पल के साथ रूस यूक्रेन सीमा पर जवानों और जंगी साजो-सामान का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। हर गुजरते पल के साथ यूक्रेन के आसमान पर मंडरा रहे महायुद्ध के बादल गहरे होते जा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि सरहद की तनातनी किसी भी वक्त युद्ध के शोलों में बदल सकती है। रूसी हमले की आशंका के चलते अमेरिका ने अपने सभी कर्मचारियों को क्वीर से हटने का फरमान जारी कर दिया है। अमेरिकी मीडिया के हवाले से आई खबर के मुताबिक वाशिंगटन ने इसके लिए 24 से 48 घंटे की समयसीमा तय की है।
कयामत की डेट 16 फरवरी कैसे हो गई?
यूक्रेन का हिमायती अमेरिका पहले ही ये शक जता चुका है कि रूस 16 फरवरी तक युद्ध की आग भड़का सकता है। यूएस सीक्रेट इंटेलिजेंस की ताजा सीक्रेट रिपोर्ट में पुतिन के नए वॉर प्लान के बारे में बताया गया है। अमेरिका सुपरपावर है लेकिन रूस की ताकत को वो कम करके कभी नहीं आंकता है। इसलिए युद्ध के खतरों के बीच अमेरिका को यूक्रेन में तैनात अपने अधिकारियों की भी चिंता है। ऐसे में वो यही चाहता है कि अगर युद्ध छिड़ भी जाए तो उसका दामन महफूज रहे।