By अभिनय आकाश | Dec 15, 2025
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में दायर आरोपपत्र में पाकिस्तानी आतंकवादी हैंडलर साजिद जट्ट सहित प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैबा (एलईटीटी) और उसके सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) सहित छह अन्य आतंकवादियों के नाम शामिल किए गए हैं। लईटीटी और टीआरएफ के नाम 22 अप्रैल को हुए धार्मिक आधार पर लक्षित हत्याओं वाले हमले की योजना बनाने, उसे अंजाम देने और उसे अंजाम देने में कानूनी संस्थाओं के रूप में उल्लिखित हैं। ,597 पृष्ठों के इस आरोपपत्र में पाकिस्तान की साजिश, आरोपियों की भूमिका और मामले से जुड़े सहायक साक्ष्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है।
जम्मू स्थित एनआईए विशेष न्यायालय में दायर इस आरोपपत्र में घातक आतंकी हमले के कुछ हफ्तों बाद जुलाई 2025 में श्रीनगर के दाचीगाम में ऑपरेशन महादेव के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों के नाम भी शामिल हैं। तीनों की पहचान फैसल जट्ट उर्फ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ जिब्रान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है। एनआईए ने बताया कि लश्कर-ए-तैबा (लश्कर-ए-तैबा), आतंकवादी संगठन (टीआरएफ) और उपर्युक्त चारों आतंकवादियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023, शस्त्र अधिनियम, 1959 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
एनआईए ने अपने आरोप पत्र में आरोपियों के खिलाफ भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ने के लिए भी दंड संहिता की धाराएं लगाई हैं। एनआईए ने पिछले लगभग आठ महीनों तक चली गहन वैज्ञानिक जांच के माध्यम से इस मामले (आरसी-02/2025/एनआईए/जेएमयू) में साजिश का पता लगाया है, जिसका संबंध पाकिस्तान से है, जो भारत के विरुद्ध आतंकवाद को लगातार प्रायोजित कर रहा है।