By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 17, 2023
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि खुरपका और मुंहपका रोग (एफएमडी) टीकाकरण अभियान के दायरे में करीब 24 करोड़ भैंस और मवेशियों को शामिल किया गया है। एफएमडी भारत में मवेशियों विशेषकर दुधारू पशुओं और भैंस में होने वाली एक प्रमुख बीमारी है और इसके कारण दूध का उत्पादन प्रभावित होने से पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचता है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि खुरपका और मुंहपका रोग टीकाकरण अभियान के दूसरे दौर के दौरान 25.8 करोड़ मवेशियों की लक्षित आबादी (राज्यों द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार) में से देश के लगभग 24 करोड़ मवेशियों और भैंस का टीकाकरण किया गया है।
बयान में कहा गया है कि यह उपलब्धि, पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी), राज्य व केंद्रशासित प्रदेश सरकारों के प्रशासन और पशुधन मालिकों के समर्थन के अथक प्रयासों के कारण हासिल हुई है। यह कार्यक्रम केंद्र द्वारा 100 प्रतिशत वित्तपोषित है। कार्यक्रम का लक्ष्य टीकाकरण के माध्यम से एफएमडी को नियंत्रित करना है, जिससे वर्ष 2030 तक इसका अंतत: उन्मूलन हो जाएगा। इसके परिणामस्वरूप घरेलू उत्पादन में वृद्धि होगी और अंततः पशुधन उत्पादों का निर्यात भी बढ़ेगा। वर्तमान में इस कार्यक्रम के तहत सभी मवेशियों और भैंस में टीकाकरण किया जाता है।