गोरखपुर। कोरोना संक्रमण की जंग से लड़ रहे संक्रमित मरीजों के लिए मुख्यमंत्री की पहल पर जमशेदपुर से 40 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन जीवनदायिनी एक्सप्रेस विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म गोरखपुर स्टेशन पर पहुचते ही अधिकारियों सहित कोरोना संक्रमित मरीजों ने राहत की सांस ली गोरखपुर स्टेशन होते हुए नकहा स्टेशन प्लेटफार्म पर पहुंचते ही जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन सहित आला अधिकारियों ने जीवनदायिनी एक्सप्रेस का नकहा स्टेशन पर गर्मजोशी के साथ स्वागत करते हुए जीवनदायिनी लिक्विड ऑक्सीजन को रिसीव करते हुए गोरखपुर सहित आसपास के जनपदों में लिक्विड ऑक्सीजन की कमी अब दूर हो जाएगी जिससे ऑक्सीजन पीड़ित मरीजों को राहत मिलना प्रारंभ हो जाएगा। आपको बताते चलें कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन लिक्विड के लिए मची हाहाकार आखिरकार इंतजार अब समाप्त हुआ। राज्य सरकार की पहल पर शनिवार को आक्सीजन एक्सप्रेस 40 टन लिक्विड आक्सीजन लेकर गोरखपुर पहुंच गई।
मौके पर जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन एडीएम राजेश सिंह गोरखपुर जंक्शन के प्रबंधक मुकेश सिंह और वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी चंद्र प्रकाश चौहान क्षेत्राधिकारी आरपीएफ रचना मिश्रा इंस्पेक्टर चिलुआताल जय नारायण शुक्ला चौकी प्रभारी बरगदवा राजकुमार सिंह आरपीएफ पोस्ट प्रभारी रवि कुमार सोनू कुमार सहित रेलवे और जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ट्रेन के टैंकर से आक्सीजन निकालने की प्रक्रिया शुरू कर जरूरतमंद स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचाया गया गोरखपुर में आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन के आ जाने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में अब आक्सीजन का संकट समाप्त हो जाएगा। दरअसल संक्रमित लोगों के स्वजन आक्सीजन को लेकर परेशान थे। कहीं आक्सीजन नहीं मिल रहा था। जिसके लिए कोरोना संक्रमित मरीजों को सही समय पर ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके जिला अधिकारी सहित उच्च अधिकारियों ने सीएम को अवगत कराते हुए जानकारियां दी थी सीएम ने ऑक्सीजन की कमी को महसूस करते हुए जीवनदायिनी एक्सप्रेस से 40 मेट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन खींचकर गोरखपुर सहित पूर्वांचल वासियों को ऑक्सीजन की कमी को दूर करते हुए राहत की सांस दी।