By दिव्यांशी भदौरिया | Nov 26, 2025
ठंड का मौसम शुरु हो चुका है। ऐसे में हर भारतीय किचन में तरह-तरह के साग जरुर बनते हैं। हरे साग को बड़ी चांव से खाते हैं। साग हेल्थ के लिए अच्छा होता है, यह शरीर को पोषण के साथ ही गर्माहट भी पहुंचाता है। इस समय बाजार में पालक, सरसों, बथुआ और मेथी जैसे हरे-भरे साग खूब नजार आ रहे हैं। पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं साग, लेकिन इसको बनाते समय कुछ कॉमन गलतियां कर दी जाती है। साग स्वाद को बिगाड़ जाता है बल्कि इसके पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं। भूलकर भी साग बनाते समय ये 5 गलतियां न करें।
साग पकाते समय ना करें ये गलतियां
साग को देर तक पकाते रहना
जब घर में साग बनता है, तो कई लोग इसे देर तक पकाने लगते है। जिससे इसका स्वाद अच्छा हो जाता है , लेकिन यह साग का रंग बदलकर काला कर देता है बल्कि इसमें मौजूद पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं। साग को जरुरत जितना ही पकाना बेस्ट होता है।
साग धोने में गलती करना
बाजार से लाए हुए साग में अक्सर मिट्टी और रेत लगी रहती है। यदि आप साग को अच्छे से नहीं पानी से धोएंगी तो खाने में मिट्टी का किरकिरा स्वाद आता है। ऐसा न हो तो आप साग को पकाने से पहले उसे अच्छी तरीके से 4-5 बार साफ पानी से धो लें।
ज्यादा पानी का इस्तेमाल
जब आप साग को उबालते हैं, तो उस समय ज्यादा पानी डालने की गलती करते हैं। ऐसा करने से साग पतला और फीका लगता है। क्योंकि साग का अपना भी पानी होता है, इसलिए जब पकाएं तो साग में पानी की मात्रा कम ही रखें।
ठीक तरह से तड़का न लगाना
अगर साग में मस्त तड़का न लगे तो यह स्वाद को खराब कर देता है। साग में हमेशा घी और सरसों तेल में लाल मिर्च, लहसुन और हींग का तड़का लगाएं।
साग के डंठल भी साथ पकाना
अगर आप साग की पत्तियों के साथ उसकी मोटी और सख्त हिस्सों को एक साथ उबाल लेते हैं, तो ऐसा करने से साग का स्वाद कड़वा हो जाता है। यह साग जल्दी पकता नहीं है। हमेशा साग की पत्तियों को पकाएं।