By डॉ. अनिमेष शर्मा | Nov 08, 2025
मैन्युअल गियर वाली कार चलाना कई ड्राइवरों के लिए ड्राइविंग का असली आनंद होता है। क्लच, गियर और एक्सीलेरेटर का तालमेल गाड़ी पर पूरा नियंत्रण देता है। लेकिन इस आनंद के साथ जिम्मेदारी भी जुड़ी होती है क्योंकि छोटी-छोटी गलतियां गाड़ी के पार्ट्स को नुकसान पहुंचा सकती हैं। शुरुआत में ये गलतियां मामूली लगती हैं, पर लंबे समय में इंजन, क्लच प्लेट और गियरबॉक्स की उम्र घटा देती हैं और रिपेयर खर्च कई गुना बढ़ जाता है। आइए जानते हैं, ऐसी 5 आम गलतियां जो आपको मैन्युअल कार चलाते समय नहीं करनी चाहिए।
कई बार ड्राइवर ट्रैफिक सिग्नल या जाम में रुकते समय क्लच पैडल दबाकर रखते हैं। यह आदत क्लच प्लेट पर लगातार दबाव डालती है, जिससे वह जल्दी घिसने लगती है। धीरे-धीरे क्लच प्लेट की ग्रिप कम हो जाती है और गाड़ी स्लिप करने लगती है। इसका नतीजा होता है महंगी रिपेयरिंग। इसलिए, जब भी आप लंबा स्टॉप लें, गाड़ी को न्यूट्रल गियर में डालें और क्लच पैडल से पैर हटा लें। इससे क्लच की लाइफ बढ़ेगी और ड्राइविंग स्मूथ बनी रहेगी।
हर गियर की एक निर्धारित स्पीड रेंज होती है। लेकिन कई ड्राइवर जल्दबाजी या लापरवाही में कम स्पीड पर हाई गियर या तेज स्पीड पर लोअर गियर डाल देते हैं। इससे इंजन पर अनावश्यक प्रेशर पड़ता है। इंजन को “स्ट्रेस” में चलाने से न सिर्फ उसकी लाइफ कम होती है, बल्कि माइलेज भी घट जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आप 20 किमी/घंटा की स्पीड पर चौथा गियर डाल देंगे, तो इंजन झटके से काम करेगा। इसलिए हमेशा स्पीड और गियर का तालमेल बनाए रखें।
शहर के ट्रैफिक या चढ़ाई पर कई लोग क्लच को आधा दबाकर रखते हैं ताकि गाड़ी बैक न जाए। इसे ‘हाफ क्लच ड्राइविंग’ कहा जाता है। यह तरीका क्लच प्लेट को अत्यधिक गर्म करता है और धीरे-धीरे उसे जला देता है। अगर आपको ट्रैफिक या ढलान पर रुकना पड़े, तो ‘हाफ क्लच’ के बजाय हैंडब्रेक का इस्तेमाल करें। इससे आपकी गाड़ी सुरक्षित रहेगी और क्लच की लाइफ भी कई गुना बढ़ जाएगी।
बहुत से लोग ड्राइविंग के दौरान गियर लीवर पर हाथ रखकर आराम से बैठते हैं। लेकिन यह छोटा-सा कम्फर्ट बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। लगातार दबाव से गियरबॉक्स के सिंक्रोमेश और बियरिंग्स पर असर पड़ता है। इससे गियर बदलते समय कठोरता महसूस होती है और रिपेयरिंग का खर्च बढ़ जाता है। इसलिए ड्राइविंग करते समय हमेशा दोनों हाथ स्टीयरिंग पर रखें, ताकि आपकी फोकस और कंट्रोल दोनों सही बने रहें।
अचानक एक्सीलेरेटर दबाने से इंजन पर झटका पड़ता है। इससे ईंधन की खपत बढ़ जाती है और माइलेज कम हो जाता है। साथ ही, गाड़ी की पिकअप और इंजन की परफॉर्मेंस पर भी बुरा असर पड़ता है। बेहतर होगा कि आप एक्सीलेरेटर को धीरे-धीरे दबाएं, ताकि इंजन स्मूथ तरीके से स्पीड पकड़ सके। इससे ईंधन की बचत होगी, इंजन की लाइफ बढ़ेगी और ड्राइविंग का मजा भी दोगुना होगा।
मैन्युअल गियर वाली कार चलाना सिर्फ एक स्किल नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी भी है। यदि आप इन 5 गलतियों से बचेंगे, तो आपकी गाड़ी न केवल लंबे समय तक बढ़िया चलेगी बल्कि माइलेज और परफॉर्मेंस भी बेहतरीन बनी रहेगी। छोटी-छोटी सावधानियां आपकी बड़ी बचत कर सकती हैं, चाहे वो क्लच की लाइफ बढ़ाने की बात हो या इंजन को दुरुस्त रखने की। इसलिए अगली बार जब आप स्टीयरिंग पर बैठें, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें। ड्राइविंग में संयम और सही तकनीक से न सिर्फ आपकी गाड़ी सुरक्षित रहेगी, बल्कि आपका ड्राइविंग अनुभव भी और बेहतर बनेगा। याद रखें, समझदारी से चलाना ही स्मार्ट ड्राइविंग है।
- डॉ. अनिमेष शर्मा