पीएम मोदी के स्टार्टअप इंडिया पहल के हुए 5 साल पूरे, 50,000 स्टार्ट-अप को मिली मान्यता

By निधि अविनाश | Jun 15, 2021

साल 2016, जनवरी में देश के प्रधानमंत्री मोदी ने देश को एक मजबूत इनोवेशन और स्टार्ट-अप समाज को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप इंडिया पहल को लॉन्च किया। आपको बता दें कि इस पहल को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने वाला विभाग (DPIIT) देखता है। DPIIT ने घोषणा करते हुए बताया कि, स्टार्ट-अप इंडिया पहल ने 4 जून, 2021 तक 50,000 स्टार्ट-अप को मान्यता दी है, जिससे देश में 5.5 लाख रोजगार बढ़े हैं। एक बयान में, DPIIT ने कहा कि, पीएम मोदी द्वारा लॉन्च किए गए स्टार्ट-अप इंडिया पहल अब तक 623 जिलों में वितरित किया गया हैं जिसके मुताबिक भारत के हर एक राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश में कम से कम एक स्टार्ट अप शुरू किया जा रहा है। इस पहल को अब तक 30 राज्यों से लेकर केन्द्र शासित प्रदेशों से भी सहमित मिली है और कई नितियों की घोषणा भी की जी रही है। 

 

कौन से है सबसे अधिक स्टार्ट अब वाले शहर? 

राज्यों की बात करें तो पीएम मोदी के इस पहल में सबसे टॉप पर महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात शामिल हैं। DPIIT के अनुसार, पहल की शुरुआत में पहले 10,000 को जोड़ने के लिए 808 दिनों की तुलना में 10,000 स्टार्ट-अप को जोड़ने की अवधि 180 दिन थी। इसमें कहा गया है, "वित्त वर्ष 2021 में, 16000 स्टार्ट-अप्स को मान्यता दी गई, जो वित्त वर्ष 2017 में 743 स्टार्ट-अप्स से अधिक है।" DPIIT के अनुसार, स्टार्टअप ने रोजगार के काफी अवसर बढ़ाए है और आपको बता दें कि केवल 48,093 स्टार्ट-अप ने नौकरी पाने वाले इच्छुक को 5,49,842 नौकरियों की सूचना दी है। इसके साथ ही FY21 में इस पहले ने 1.7 लाख नौकरियां  पैदी की है जोकि काफी साकारात्मक दिशा है।

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यह सेक्टर है सबसे ज्यादा प्रभावित!

आपको बता दें कि फूड प्रोसेसिंग, एप्लीकेशन डेवलपमेंट, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, बिजनेस सपोर्ट और आईटी कसंलटिंग सर्विस जैसे सेक्टरों में रजीस्टर स्टार्ट-अप की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई है। एक बयान के अनुसार, लगभग 45 फीसदी स्टार्ट अप टीम की लीडर महिला है। डीपीआईआईटी ने कहा, "डीपीआईआईटी में स्टार्ट-अप इंडिया ने हमारी स्टार्ट-अप अर्थव्यवस्था के लिए पहचाने जाने वाले प्रमुख स्तंभों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रुपये के ओवरले के साथ फंड ऑफ फंड्स स्कीम के माध्यम से स्टार्ट-अप के लिए वित्त पोषण के अवसरों को बढ़ावा दिया गया है। 

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