By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 27, 2018
हैदराबाद। तेलंगाना में महागठबंधन या ‘महाकुटुमी’ द्वारा अगली सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त तेलगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रदेश अध्यक्ष एल रामन्ना ने आरोप लगाया कि के चंद्रशेखर राव ने पहले मुख्यमंत्री बनने के मौके का फायदा अपने परिवार के लाभ पहुंचाने के लिये उठाया तथा विपक्षी दलों का महागठबंधन लोगों को उनके ‘‘तानाशाही शासन’’ से बचाने के लिये किया गया है। रामन्ना ने दिये एक साक्षात्कार में कहा कि केसीआर आठ लाख करोड़ रूपये खर्च करने और 2.2 लाख करोड़ रूपये कर्ज लेने के बावजूद कई मोर्चों पर विफल रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘केसीआर के तानाशाही शासन से लोगों को बचाने के लिये गठबंधन बनाया गया है। लोगों ने 2014 में टीआरएस को चुना था लेकिन केसीआर को दिये गए मौके का इस्तेमाल उनके परिवार को फायदा पहुंचाने के लिये किया गया। तेलंगाना के कल्याण के लिये तानाशाह का शासन अच्छा नहीं है। इसलिये, चार दल साथ आए हैं।’’ सितंबर में विधानसभा को भंग करने के बाद केसीआर विधानसभा चुनावों में एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने के लिये जनता के दरबार में हैं। केसीआर की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि तेदेपा ने कांग्रेस, भाकपा और तेलंगाना जन समिति के साथ मिलकर महा गठबंधन बनाया है।
यह भी पढ़े: केसीआर का मोदी पर पलटवार: वोट के लिए झूठ मत बोलिए
पूर्व में कटु प्रतिस्पर्धा के बावजूद तेदेपा ने कांग्रेस से हाथ क्यों मिलाया इस सवाल पर रमन्ना ने कहा, ‘‘कांग्रेस में अब बदलाव आ चुका है। पार्टी ने काम करने की अपनी पुरानी शैली और रवैये बदल लिये हैं और इसलिये उसने पी वी नरसिम्ह राव और मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया।’’