By अभिनय आकाश | Aug 11, 2025
डोनाल्ड ट्रंप जिसको हथियार पहुंचा रहे थे और मसीहा बन रहे थे अब उन्हीं ने ही ट्रंप की मुसीबत खड़ी कर दी है। इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप के लिए आगे का रास्ता उस वक्त कठिन कर दी जब पुतिन, ट्रंप और जेलेंस्की की अमेरिका के एक राज्य में बैठक होनी थी। उस बैठक में रूस यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवाने को लेकर सहमति बननी थी। लेकिन इस दौरान ट्रंप की तरफ से कुछ शर्तें ठोक दी गई कहा गया कि यूक्रेन और रूस में एक दूसरे की जमीन कब्जाई है वो वापस करनी होगी। लेकिन ऐसे में जेलेंस्की ने दो टूक ट्रंप आंख दिखाते हुए कह दिया है कि वो इस जमीन की वापसी के लिए कभी सहमत नहीं होंगे और न ही कभी इस मुद्दे पर सहमति बनाएंगे।
पुतिन ट्रंप की बैठक से पहले जेलेंस्की ने साफ चेतावनी दी है कि वे रूस को युद्ध में किए गए यूक्रेन इलाके सौंपने को कतई मंजूरी नहीं करेंगे। यानी यूक्रेन ने जो कब्जा किया है वो कब्जा नहीं छोड़ा जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक तीन साल से ज्यादा के इस महायुद्ध में रूसी सेना यूक्रेन के 20 प्रतिसत से ज्यादा हिस्से पर कब्जा कर चुकी है। ट्रंप ने भी संकेत दिया था कि कब्जा किए यूक्रेनी हिस्सों को रूस को देने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। यानी ट्रंप चाहते हैं जो हिस्सा रूस ने कब्जा किया है यूक्रेन उसे पूरी तरह से सौंप दे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 15 अगस्त को मुलाकात करेंगे। तीनों नेताओं के बीच बैठक होनी है।पुतिन और ट्रंप की अमेरिका के अलास्का राज्य में मुलाकात होगी। पुतिन 10 साल बाद इस मुलाकात के लिए अमेरिका पहुंचेंगे। कहा जा रहा है कि इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य इस जंग को कैसे खत्मन किया जाए। इस पर चर्चा करना है। लेकिन अब इस चर्चा के शुरू होने से पहले ही नया बवाल हो गया है।