लेखिका नीलम महेंद्र ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयीजी को याद करते हुए कविता लिखी जिसका शीर्षक है- राह को सूना कर गए...
राजनीति की राह जहाँ कुछ सही गलत नहीं होता उस पर नैतिकता की नई राह बनाने वाले अटल
आज उस राह को सूना कर गए।
कवि ह्रदय के साथ राजनीति की नई परिभाषा गढ़ने वाले अटल
देश को पार्टी और खुद से भी पहले रखने वाले अटल
अपने विरोधियों को भी अपनी तारीफ करने के लिए विवश करने वाले अटल
कभी हार नहीं मानने वाले अटल
एक वोट से हारकर भी जीत जाने वाले अटल
बता गए कि मौत जिंदगी से बढ़ी हो ही नहीं सकती
क्योंकि वो जिंदा थे, जिंदा हैं और हमेशा रहेंगे
अपनी कविताओं में
अपने भाषणों में
देश के करोड़ों दिलों में ही नहीं
अपने विरोधियों के भी दिलों में।
- डॉ नीलम महेंद्र