By अभिनय आकाश | Jan 07, 2020
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में नकाबपोशों की हिंसा के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली। देश के तमाम कैंपसों के अलावा अमेरिका में ऑक्सफोर्ड व कोलंबिया यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन हुए। स्टूडेंट्स और राजनीतिक दलों से लेकर उद्योगपतियों तक ने हिंसा पर विरोध जताया। विपक्ष ने सीधे बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं देश के कई विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हमले को लेकर लेफ्ट और एबीवीपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जेएनयू कैंपस में नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों की पिटाई की थी जिसके खिलाफ लेफ्ट विंग का कहना है कि हमला बीजेपी की छात्र ईकाई एबीवीपी के लोगों ने किया था, जबकि एबीवीपी की तरफ से एक वीडियो ट्वीट कर दावा किया जा रहा है कि जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष नकाबपोश हमलावरों के साथ थीं। एबीवीपी ने लिखा कि छात्रों पर हमला करने और फिर उसका दोष एबीवीपी पर डालने का षडयंत्र एक बार फिर सामने आ गया है।
एबीवीपी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा कि वीडियो में आइशी घोष को 'लाल गुंडों' का नेतृत्व करते देखा जा सकता है।
एबीवीपी के सदस्य मनीष जांगिड़ ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा है कि हमलावरों को जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईसी घोष ही लीड कर रहीं थीं।