By निधि अविनाश | May 09, 2022
फिल्म शोले का वो डायलॉग तो याद ही होगा जिसमें कहा जाता है सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा। इस खौफ से हर बच्चे डरते थे। गब्बर का बेहतरीन रोल अदा करने वाले एक्टर अमजद खान का यह किरदार आज भी हर किसी के जेहन में जिंदा है। भले ही एक्टर अमजद खान इस दुनिया को छोड़ कर जा चुके है लेकिन उनके डायलॉग और एक्टिंग अभी भी सबके दिल में बसे हुए है। इसी बीच अमजद के बेटे एक्टर शादाब खान ने अपने पिता से जुड़े कई राज़ खोले है। शादाब ने बताया है कि जिस दिन उनका जन्म हुआ था, उसी दिन अमजद को शोले फिल्म मिली थी।
अग्रेंजी अखबार टीओआई को दिए एक इंटरव्यू में शादाब ने बताया कि जिस दिन उनका जन्म हुआ था तब उनके पिता के पास शादाब की मां को अस्पताल से डिस्चार्ज करवाने के लिए पैसे तक नहीं थे। मां रोने लगी थी और पिता अस्पताल नहीं आ रहे थे क्योंकि उन्हें अपना चेहरा दिखाने में शर्म आ रही थी। बाद में चेतन आनंद ने जिसकी फिल्म हिंदुस्तान की कसम में मेरे पिता ने काम किया था, उन्होंने मेरे पिता का हाथ थामा और 400 रुपये दिए ताकि वे मेरी मां और मुझे घर ला सके।
पिता के राज़ का खुलासा करते हुए शादाब ने एक और किस्सा बताया।उन्होंने कहा कि मेरे पिता को डर था कि गब्बर का रोल कहीं डैनी को न मिल जाए। उन्होंने कहा कि जब शोले में गब्बर सिंह का रोल मेरे पिता को मिला, सलीम खान साहब ने डायरेक्टर रमेश सिप्पी को उनका नाम रिकमेंड किया था। जब बैंगलोर के आउटस्कर्ट्स रामगढ़ में शोले की शूटिंग होनी थी,तब उस समय प्लेन को सात बार लैंड कराना पड़ रहा था। बहुत से लोग प्लेन से उतर गए थे लेकिन मेरे पिता डर के मारे प्लेन से उतरे ही नहीं क्योंकि उन्हें डर था कि अगर वो फिल्म नहीं करेंगे तो उनका रोल डैनी साहब को मिल जाएगा। कुछ मिनट बाद वे उसी प्लेन में अपने सफर पर निकल गए थे।जानकारी के लिए बता दें कि अमजद खान की मौत महज़ 51 साल की उम्र में हुई थी। फिल्म शोले उनकी आइकॉनिक फिल्म में से एक रही।