By अंकित सिंह | May 03, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिनों की यूरोप यात्रा पर हैं। इसी कड़ी में आज वह डेनमार्क पहुंचे थे जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मोदी ने अपने शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद भी दिया। पीएम मोदी और डेनमार्क के पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों पक्षों ने हरित सामरिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा की। विदेश मंत्रालय का कहा कि दोनों नेताओं ने कौशल विकास, जलवायु, नवीकरणीय ऊर्जा, आर्कटिक, पी2पी संबंधों आदि के क्षेत्रों में हमारे व्यापक सहयोग पर भी चर्चा की। भारत और डेनमार्क ने कोपेनहेगन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और डेनिश प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन की उपस्थिति में आशय पत्र और समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान भी किया।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपके खूबसूरत देश में मेरी ये पहली यात्रा है और अक्टूबर में मुझे आपका स्वागत करने का मौका मिला। इन दोनों यात्राओं से हमारे संबंधों में निकटता आई है। हमारे दोनों देश लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे मूल्यों को तो साझा करते ही हैं, साथ में हम दोनों की कई पूरक ताकत भी हैं। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2020 में भारत-डेनमार्क वर्चुअल समिट के दौरान हमने अपने संबंधों को ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया था। हमारी आज की चार्चा के दौरान हमने अपने ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के ज्वाइंट प्लांन की चर्चा की। उन्होंने कहा कि 200 से अधिक डेनिश कंपनियां भारत में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही हैं जैसे पवन ऊर्जा, शिपिंग, कंसल्टेंसी, इंजीनियरिंग आदि। इन्हें भारत में बढ़ते ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और हमारे व्यापक आर्थिक सुधारों का लाभ मिल रहा है। हमने एक फ्री, खुला, समावेशी और Rules-based इंडो-पसिफ़िक क्षेत्र को सुनिश्चित करने पर जोर दिया। हमने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का रास्ता अपनाने की अपील की।