By निधि अविनाश | Dec 30, 2020
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब कार की फ्रंट सीट के पैसेंजर के लिए एयरबैग अनिवार्य हो जाएगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस प्रस्ताव का ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया। इसको अनिवार्य करने का मकसद केवल पैसेंजर सेफ्टी को और भी बेहतर बनाना है।इस उपाय को लागू करने के लिए प्रस्तावित समय सीमाएं नए मॉडल के लिए 1 अप्रैल, 2021 और मौजूदा मॉडल के लिए 1 जून, 2021 हैं। बता दें कि इसका एक मसौदा मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है और मंत्रालय ने अगले 30 दिनों में सभी हितधारकों से टिप्पणी / सुझाव मांगे हैं।
इसको लेकर सरकार वाहनों में सुरक्षा को अधिकतम करने के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत कर रही है। जानकारी के मुताबिक, अधिकांश मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) अपने टॉप-एंड वाहनों पर पहले से ही उपलब्ध एयरबैग, और केवल फोर्ड इंडिया, होंडा कार्स इंडिया, टोयोटा और वोक्सवैगन सहित कुछ कंपनियां मानक के रूप में फ्रंट एयरबैग प्रदान करते हैं। एक एयरबैग की कीमत ₹ 30,000 से लेकर कुछ लाख रुपये तक होती है। इसलिए, दोहरे एयरबैग को अनिवार्य बनाने का मतलब होगा वाहनों की कीमत में वृद्धि।
मांग पर असर
क्या इससे कारों की कीमतों में वृद्धि हो सकता है? बता दें कि सरकार के इस प्रस्ताव को लेकर FADA का कहना है कि इससे कारों की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। FADA के प्रेसिडेंट विंकेश गुलाटी ने कहा कि कारों के फ्रंट सीट के पैसेंजर के लिए एयरबैग अनिवार्य करना काफी अच्छी चीज है। इससे सुरक्षा और बढ़ेगी और भारत को ऐसी सुविधाएं अपनानी चाहिए।