By अभिनय आकाश | Dec 09, 2025
एक राष्ट्र के तौर पर सीरिया के लिए काफी खास है। आज पूरा सीरिया लिबरेशन डे मना रहा है। यानी वो दिन जब दमिश्क से बशर अल असद की सत्ता का अंत हुआ और करोड़ों डॉलर के इनामी आतंकी रह चुके अलशरा का सीरिया पर राज हुआ। एक देश के तौर पर सीरिया बहुत बड़े बदलाव से गुजर रहा है। सीरिया इस वक्त जश्न में डूबा है। इस मौके पर लाखों लोग एक साथ जमा हुए हैं। जमकर आतिशबाजी की गई। तो वहीं अलशारा ने वो खास तोहफा दुनिया को दिखाया जो उन्होंने सऊदी अरब के किंग मोहम्मद बिन सलमान ने दिया था उन्हें।
देश आज भी 14 साल के गृहयुद्ध और 50 साल के दमनकारी शासन से लगे गहरे जख्मों से जूझ रहा है। इस संघर्ष में अनुमानित तौर पर करीब 5 लाख लोग मारे गए और लाखों विस्थापित हुए। असद का पतन, विद्रोहियों के लिए भी किसी झटके से कम नहीं था। असद को रूसी सेना ने निकाला और वह अभी मॉस्को में निर्वासित हैं। सत्ता संभालने के बाद, अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा ने पश्चिमी और अरब देशों के साथ संबंध बनाने के लिए एक सफल कूटनीतिक प्रयास शुरू किया है, जिन्होंने कभी असद का बहिष्कार किया था।
एक पूर्व आतंकी जिस पर करोड़ों डॉलर का इनाम था। वो एक देश के राष्ट्रपति के तौर पर अपने डेलीगेशन के साथ सऊदी अरब पहुंचे। तब सऊदी अरब के किंग मोहम्मद बिन सलमान ने अलशरा के सम्मान में उन्हें एक खास तोहफा दिया था। और देखिए अब इस तोहफे को दिखाने के लिए अलशरा ने कैसे वही दिन चुना जब सीरिया लिबरेशन डे मना रहा है। अलशरा सीरिया की सबसे पवित्र उम्मीद मस्जिद पहुंचे। उन्होंने वही कपड़े पहने हुए थे जो उन्होंने सीरिया में बशर अल असद के तख्ता पलट के दिन पहने थे। इसके बाद उन्होंने सऊदी किंग से मिले तोहफे को दुनिया के सामने दिखाया। काले रंग की इस चादर पर सुनहरे रंग से कुरान की आयतें उकेरी गई। यह वो चादर है जिससे पवित्र काबा को ढका जाता है। इसे किसवा कहते हैं।
असद के पतन के बाद से सीरिया में 590 लोग बारूदी सुरंगों से मारे गए हैं, जिनमें 167 बच्चे शामिल हैं। विश्व बैंक का अनुमान है कि युद्धग्रस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण में 20 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। असद के पतन के बाद से 10 लाख से अधिक शरणार्थी और लगभग 20 लाख आंतरिक रूप से विस्थापित सीरियाई अपने घर लौटेंगे।