एकजुट और मजबूत हैं सभी विधायक, हमारे तीनों उम्मीदवार चुनकर जाएंगे राज्यसभा: सचिन पायलट

By अनुराग गुप्ता | Jun 10, 2022

नयी दिल्ली। राज्यसभा की 16 सीटों के लिए 4 राज्यों में शुक्रवार को मतदान हो रहा है। कई राजनीतिक दलों ने हॉर्स ट्रेडिंग के डर से रिजॉर्ट पॉलिटिक्स का सहारा लिया है। इसी बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भरोसा जताया कि राजस्थान से कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार विजयी होंगे और राज्यसभा जाएंगे। 

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों के लिए मतदान शुरू, दत्तात्रेय भरणे ने सबसे पहले वोट डाला 

एकजुट हैं सारे विधायक

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि हमारे तीनों विधायक राज्यसभा में चुनकर जाएंगे और सभा में हमारी पार्टी की आवाज़ बनेंगे। सभी विधायक और निर्दलीय भी हमारे साथ हैं। दिक़्कत की कोई आशंका ही नहीं है। सारे विधायक एकजुट और मज़बूत हैं। आज शाम तक पता चल जाएगा कि हमारे सारे विधायक जीतेंगे।

अशोक गहलोत ने किया पहला वोट

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले वोट किया और कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों की जीत का भरोसा जताया। वोट करने से पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि फिर कहूंगा कि हम तीनों सीट आराम से जीत रहे हैं। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत के बाद बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने बताया कि मैं मुख्यमंत्री गहलोत के बाद वोट करने वाला दूसरा सदस्य था। 

इसे भी पढ़ें: Rajya Sabha Elections 2022: 4 राज्य 16 सीट, गहलोत ने डाला वोट, संजय राउत बोले- हमारे चार प्रत्याशी जीत रहे 

गौरतलब है कि राजस्थान में कांग्रेस ने तीन सीटों के लिए मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को उम्मीदवार बनाया है। जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को मैदान में उतारा है और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है।

प्रमुख खबरें

Dhurandhar Movie Review | यह नया भारत है, पलटवार करेगा: धुरंधर का दमदार एक्शन, देशभक्ति और जासूसी का अनोखा मिश्रण

Jharkhand में पुलिसकर्मी के किशोर बेटे को बचाया गया, अपहरणकर्ता गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल में बनने जा रही है बाबरी मस्जिद! ममता बनर्जी के राज्य में होने वाला है बड़ा कांड, भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

Assam Government ने एससी, एसटी और अन्य समुदायों को दो बच्चे के नियम से छूट दी