By अभिनय आकाश | Feb 06, 2025
भारत से दोस्ती की बात करने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने अपने मुल्क से भारतीयों को निकालने का फैसला किया तो दुनिया में हड़कंप मच गया। लेकिन ट्रंप नहीं रुके। उन्होंने अपनी वायुसेना के सी-27 विमान से भारतीयों को अमृतसर में उतरा दिया और जैसे ही ये खबर सामने आई वैसे ही सभी के मन में ये सवाल आया कि क्या भारतीयों को अमेरिका ने जंजीरों और हथकड़ियों से बांधा था? अब उसका जवाब सामने आ गया वो भी पूरे सबूत और वीडियो के साथ। एक वीडियो को अमेरिकी सीमा पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी किया। अमेरिकी अधिकारी उन्हें अवैध एलियन भी कह रहे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स बॉर्डर पेट्रोल (यूएसबीपी) के प्रमुख माइकल डब्ल्यू बैंक्स ने एक वीडियो जारी किया जिसमें भारतीय नागरिकों को निर्वासन विमान में चढ़ते समय हथकड़ी और पैरों में बाधा डालते हुए दिखाया गया है।
माइकल डब्ल्यू बैंक्स ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि यूएसबीपी और साझेदारों ने अवैध एलियंस को सफलतापूर्वक भारत लौटाया, जो सैन्य परिवहन का उपयोग करते हुए अब तक की सबसे दूर की निर्वासन उड़ान है। यह मिशन आव्रजन कानूनों को लागू करने और तेजी से निष्कासन सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यदि आप अवैध रूप से पार करते हैं तो आपको बाहर किया जाएगा। अवैध आप्रवासन के कारण निर्वासित किए गए 104 भारतीयों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य सी-17 परिवहन विमान बुधवार को अमृतसर में उतरा, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के तहत भारत में इस तरह का पहला निर्वासन था। इस मुद्दे पर भारत की संसद में आज दिन भर गहमा गहमी वाला माहौल नजर आया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसको लेकर बयान भी दिया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका के साथ बातचीत कर रही है कि निर्वासित किए जा रहे भारतीयों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार न हो। ज्ञात हो कि अमेरिका में कथित तौर पर बिना दस्तावेजों/ के रह रहे 104 भारतीयों को निर्वासित किए जाने के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने हंगामा किया। कई विपक्षी सदस्यों ने निर्वासन के दौरान भारतीयों के साथ किए गए व्यवहार को लेकर रोष व्यक्त किया था। जयशंकर ने कहा कि हम निश्चित तौर पर अमेरिकी सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए बातचीत कर रहे हैं कि वापस लौट रहे भारतीयों के साथ उड़ान के दौरान किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि साथ ही सदन इस बात की सराहना करेगा कि हमारा ध्यान वैध यात्रियों के वीजा को आसान बनाने के लिए कदम उठाते समय अवैध आव्रजन उद्योग पर कड़ी कार्रवाई पर भी होना चाहिए।