Angkor Wat Mandir: भगवान विष्णु को समर्पित है अंगकोर वाट मंदिर, बेहद अद्भुत होता है यहां का सूर्योदय

By अनन्या मिश्रा | Apr 04, 2024

भारत देश अपनी संस्कृति और इतिहास के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। भारत की संस्कृति और पुरातन संस्कृति की झलक पूरे विश्व में देखने को मिलती है। इसका एक उदाहरण कंबोडिया के मध्य में स्थित अंगकोर वाट मंदिर है। इस मंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर कहा जाता है। बता दें कि इटली के पोम्पेई को पीछे छोड़ते हुए अंगकोर वाट मंदिर दुनिया का आठवां अजूबा बन गया है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस बेहद खूबसूरत मंदिर से जुड़ी कुछ बातों के बारे में जानकारी देने जा रहे है।


भगवान विष्णु को समर्पित है मंदिर

मुख्य रूप से अंगकोर वाट मंदिर भगवान श्रीहरि विष्णु को समर्पित था। हांलाकि बाद में यह मंदिर बौद्ध मंदिर बन गया। मंदिर के मध्य भाग में कमल के आकार की पांच मीनारें बनी हैं, जो सनातन धर्म की खूबसूरती को दर्शाने का काम करती हैं। साथ ही यह मीनारें हिंदू और बौद्ध मान्यताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस मंदिर की दीवारों पर हिंदू और बौद्ध इतिहास की कहानियों की भी झलक देखने को मिलती है।

इसे भी पढ़ें: Famous Temple: देवी मां के 5 फेमस मंदिर जहां दर्शन मात्र से पूरी होती है मनोकामना, आप भी जरूर करें दर्शन


बेहद विशाल है यह मंदिर

राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने 12वीं शताब्दी में अंगकोर वाट मंदिर का निर्माण करवाया था। इस मंदिर का विश्व स्तर पर एक प्रसिद्ध स्थान है और इसने दुनिया के आठवें अजूबे के रूप में पोम्पेई का स्थान ले लिया। अंगकोर वाट मंदिक एक विशाल धार्मिक स्मारक होने के साथ यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है। जो करीब 500 एकड़ में बना हुआ है।


अंगकोर वाट मंदिर से जुड़ी अहम बातें

बता दें कि अंगकोर वाट मंदिर की डिजाइन बेहद प्रभावशाली है। साथ ही मंदिर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह एक सक्रिय धार्मिक स्थल है। जहां पर बौद्ध भिक्षु प्रार्थना और ध्यान करने के लिए आते हैं।


इस मंदिर के टावरों पर सूर्योदय देखने को मिलता है। जो नारंगी, गुलाबी और सोने जैसे खूबसूरत रंगों से वहां की सुंदरता को बढ़ाने का काम करता है। यह मंदिर कंबोडिया के समृद्ध और खुशहाल इतिहास का प्रतीक माना जाता है।

प्रमुख खबरें

BCCI को टीम इंडिया के हेड कोच की तलाश, जानें अप्लाई करने की डेडलाइन और शर्तें

दिल्ली के चार अस्पतालों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, जांच में जुटी पुलिस

PM Modi ने तीसरी बार काशी से किया नामांकन, शाह-राजनाथ-चंद्रबाबू नायडू-चिराग समेत NDA के दिग्गज नेता रहे मौजूद

Sambhaji Birth Anniversary: संभाजी ने औरंगजेब को घुटने टेकने पर कर दिया था मजबूर, ऐसे संभाला मराठा साम्राज्य