By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 10, 2019
मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में कम समय में रकम दुगुनी करने का लालच देकर निवेशकों को आकर्षित करने वाली एक और नॉन बैंकिंग फायनांस एण्ड रियल एस्टेट कंपनी लाखों रुपए लेकर भाग गई है। इस घटना के बाद निवेशकों ने कल्पबट रियल एस्टेट कंपनी के सीएमडी एवं चार डायरेक्टरों के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार हाईवे थाना क्षेत्र के लाजपत नगर, पूनम विहार निवासी भानुप्रताप सिंह ने कल्पबट रियल एस्टेट कंपनी खोली थी। इसका कार्यालय जंक्शन रोड स्थित सौंख अड्डा पर पर खोला गया। कंपनी में भानुप्रताप सिंह की पत्नी गुड्डी देवी, मुरादाबाद के मेहंदी नगर निवासी श्रवण कुमार, विक्रम सिंह और रक्षपाल डायरेक्टर थे।
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कंपनी ने एकमुश्त निवेश पर रकम को छह माह में दोगुना करने और किस्तों से जमा किए निवेश को साढ़े आठ साल में दोगुना करने का निवेशकों से वादा किया था। जिसके चलते गिरधरपुर निवासी पप्पन खान, अडींग निवासी सलीम, राधेश्याम कॉलोनी निवासी सुल्तान समेत कई अन्य लोगों ने गोवर्धन चैराहा स्थित कार्यालय पर 50 लाख रुपए का निवेश किया। करीब डेढ़ वर्ष पहले कंपनी को बंद कर दिया गया था। तभी से पप्पन खान आदि निवेशक पैसा वापस लेने के लिए भानुप्रताप सिंह के पीछे घूम रहे हैं। उनकी धनराशि वापस नहीं की जा रही है। कंपनी ने दोगुनी रकम मिलना तो दूर उन्होंने निवेशकों को मूल रकम भी नहीं लौटाई। इसलिए पप्पन खान आदि ने कंपनी के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर सहित पांचों निदेशकों के खिलाफ थाना हाईवे में नामजद रिपोर्ट कराई है।
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गौरतलब है कि इससे पूर्व मथुरा की ही एक कंपनी कल्पतरु बिल्डटेक कार्पोरेशन (केबीसीएल) के मालिक व निदेशक हजारों निवेशकों के सैकड़ों करोड़ रुपए लेकर फरार हैं। इस मामले में उनके खिलाफ मथुरा, आगरा व ग्वालियर सहित अनेक नगरों में सौ से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं तथा दिल्ली की एक अदालत द्वारा हाजिर न होने पर सेबी के एक मामले में सीएमडी जयकृष्ण सिंह राणा को भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है।