By अनन्या मिश्रा | Feb 18, 2025
इसमें कुछ खास तरह की खुशबू न सिर्फ आपको शांत महसूस कराती है, बल्कि यह आपके मूड को भी बेहतर बना सकता है। सीजनल डिप्रेशन में तनाव, सिरदर्द और एंग्जायटी दूर होती है। साथ ही इससे नींद भी बेहतर आती है। ऐसे में अगर आप भी अपने दिन को अधिक खुशनुमा बनाने के लिए नेचुरल तरीका ढूंढ रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि अरोमाथेरेपी आपको किस तरह से लाभ पहुंचा सकती है।
मूड में होता है सुधार
इस डिप्रेशन के होने पर व्यक्ति खुद को उदास और तनावग्रस्त महसूस करता है। लेकिन बरगामोट, अंगूर, नींबू और पुदीना जैसे एसेंशियल ऑयल मूड को बेहतर बनाता है। इसकी मदद से सीजनल डिप्रेशन से लड़ने में सहायता मिलती है। वहीं गुलाब, इलंग-इलंग और लैवेंडर जैसे कुछ तेल आपको इमोशनली बैलेंस महसूस कराते हैं। जिससे तनाव और चिड़चिड़ापन कम होता है। बरगामोट एसेंशियल ऑयल में मूड में सुधार होता है और चिंता कम होती है।
कम होगी एंग्जायटी
सीजनल डिप्रेशन की वजह से एंग्जायटी होना बेहद आम है। ऐसे में आपको कैमोमाइल, लैवेंडर और चंदन जैसे एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। यह कोर्टिसोल के लेवल को कम करता है और इन तेलों को सूंघने से शरीर को आराम मिलता है। साथ ही व्यक्ति को बेचैनी और घबराहट जैसे लक्षण कम होते हैं। एक ट्रायल में पाया गया है कि लैवेंडर एसेंशियल ऑयल जनरलाइज्ड एंग्जाइटी डिसऑर्डर वाले लोगों में टेंशन को कम करता है।
एनर्जी लेवल होता है बूस्ट
सीजनल डिप्रेशन होने पर व्यक्ति को थकान और सुस्ती महसूस होती है। ऐसे में काम पर फोकस नहीं हो पाता और ना ही इसके लिए एनर्जी महसूस होती है। नीलगिरी, पुदीना और रोजमेरी जैसे एसेंशियल ऑयल आपको नेचुरली एनर्जी देते हैं। यह तेल सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे आप ज्यादा एक्टिव और एनर्जेटिक फील करते हैं।
स्लीप क्वालिटी में होगा सुधार
बता दें कि सीजनल डिप्रेशन होने पर व्यक्ति को रात में अच्छे से नींद नहीं आती है। इस समस्या से छुटकारा पाने में अरोमाथेरेपी सहायक साबित हो सकती है। लैवेंडर और क्लेरी सेज स्लीप क्वालिटी में सुधार होता है। इस थेरेपी से शरीर और मन शांत होता है, जिससे आपको अच्छी नींद आती है और आप अधिक एनर्जेटिक महसूस करते हैं।