By अंकित सिंह | Mar 29, 2023
मानहानी मामले में दोषी पाये जाने के बाद राहुल गांधी को सूरत की एक कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई। हालांकि, उन्हें जमानत दे दी गई। लेकिन राहुल गांधी को अपनी लोकसभा सदस्यता गवानी पड़ी। इसी को लेकर कांग्रेस भाजपा और मोदी सरकार पर हमलावर है। वहीं, भजपा की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है। इन सब के बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राहुल गांधी पर बड़ा निशाना साधा है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राहुल गांधी को उनके अहंकार के कारण अयोग्य घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इस देश पर शासन करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है और यही उनके दिमाग में यह सारी संज्ञानात्मक असंगति पैदा कर रहा है।
भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी को लगता है कि कोई भी अदालत उनके खिलाफ फैसला नहीं दे सकती... उन्हें लगता है कि इस देश पर शासन करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। अश्विनी वैष्णव ने साफ तौर पर कहा कि सभी भ्रष्टाचारी एक मंच पर आ गए हैं, वे खुश नहीं हैं क्योंकि पीएम मोदी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वह उन सभी चीजों को वितरित करें जो लोगों के बैंक खातों में सही थीं। यह विपक्ष को मंजूर नहीं, भ्रष्टाचार के दिनों में लौटना चाहता है। उन्होंने कहा कि जो लोग हम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, उन्हें यह याद करने की कोशिश करनी चाहिए कि कैसे यूपीए सरकार के दौरान देश में संस्थानों को कमजोर करने की साजिश चल रही थी।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राहुल गांधी हक की राजनीति करते हैं। वह सोचते हैं कि चूंकि वह एक निश्चित परिवार में पैदा हुआ है, इसलिए वह संविधान, अदालत और संसद से ऊपर हैं। वह यह भी सोचते हैं कि वह भारत के संविधान से ऊपर हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने ओबीसी समुदाय का अपमान किया और जब कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया तो उन्होंने कहा कि कोर्ट ही गलत है। पलटवार में वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि पीएम मोदी ने जो कुछ कहा है, उनके मंत्री वही सुना रहे हैं। विपक्ष का अपमान करना और उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाना भाजपा की प्रकृति है और राहुल गांधी 2009 से उनके निशाने पर हैं। उनकी वृद्धि का मतलब उन सपनों का अंत है जो भाजपा ने अगले 25 वर्षों के लिए बनाए हैं।