By नीरज कुमार दुबे | Dec 11, 2018
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सत्ता बचाने की कवायद शुरू कर दी है। हालांकि विधानसभा चुनावों के लिए चल रही मतगणना का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। लेकिन जयपुर में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पार्टी नेताओं के साथ बंद कमरे में एक बैठक की और नतीजों का विश्लेषण किया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में चूँकि बड़ी संख्या में निर्दलीय जीते हैं और कई छोटे दलों के उम्मीदवार भी चुनाव जीते हैं इसलिए उनसे भाजपा को समर्थन देने के लिए संपर्क साधा जा रहा है और इस काम में पार्टी के नेताओं को लगा दिया गया है।
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कांग्रेस हालांकि राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनती नजर आ रही है लेकिन वह 200 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से पीछे रह गयी है। ऐसे में राज्य में जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि जो निर्दलीय चुनाव जीत रहे हैं उनमें से कुछ वसुंधरा राजे को समर्थन देने के लिए राजी भी हो गये हैं। गौरतलब है कि राज्य में राज्यपाल भी भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे कल्याण सिंह हैं जोकि उत्तर प्रदेश में जोड़तोड़ के सहारे अपनी सरकार दो बार चलाने में कामयाब रहे थे।