By अंकित सिंह | Apr 19, 2023
प्रयागराज में गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में बुधवार को पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। ये सभी शाहगंज थाने में तैनात हैं। एमएलएन मेडिकल कॉलेज, जहां भाइयों को गोली मारी गई थी, इस थाने के अधिकार क्षेत्र में आता है। उमेश पाल हत्याकांड के दोनों आरोपी अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को 16 अप्रैल को प्रयागराज में पत्रकार बनकर तीन लोगों ने गोली मार दी थी। सरकार ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में शाहगंज इंस्पेक्टर या थाना प्रभारी अश्विनी कुमार सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
सनसनीखेज हत्याकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी ने कल शाहगंज इंस्पेक्टर समेत तमाम पुलिस कर्मियों से पूछताछ की थी जिसके बाद उसकी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गयी है। जिन चार अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उनमें दो सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल शामिल हैं। यह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के तबादले के आदेश के एक दिन बाद आया है, जो शनिवार को अहमद बंधुओं की गोली मारकर हत्या के समय मौजूद थे।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के आरोपी लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी और अरुण कुमार मौर्य को बुधवार को मुख्य दंडाधिकारी (सीजेएम) डी.के. गौतम की अदालत में पेश किया गया। तीनों आरोपियों को सीजेएम कोर्ट ने चार दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में दिए जाने की मांग की थी। घटना के अगले दिन रविवार को शाहगंज थाने में लवलेश तिवारी, मोहित और अरुण कुमार मौर्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता धारा 302, 307 और आयुध अधिनियम की धारा 3,7, 25, 27 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। रविवार को ही इन आरोपियों को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में नैनी जेल भेज दिया गया था। सोमवार को सुरक्षा कारणों से इन अभियुक्तों को प्रतापगढ़ जेल स्थानांतरित कर दिया गया।