By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 16, 2020
नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि आत्मनिर्भरता की परिकल्पना दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सरंक्षणवाद के बारे में नहीं, बल्कि घर पर ही अधिक क्षमता विकसित करने तथा बाहर और अधिक प्रभावी तरीके से काम करने को लेकर है। ब्लूमबर्ग इंडिया इकोनॉमिक फोरम-2020 में जयशंकर ने कोविड-19 का संदर्भ देते हुए कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से दुनिया सबसे बड़ी आपदा का सामना कर रही है।
जयशंकर ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव निश्चित रूप से पहले से कठिन दौर के पूर्वानुमान को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ सरंक्षणवाद नहीं है, बल्कि यह घर पर ही अधिक क्षमता विकसित करने तथा बाहर और अधिक प्रभावी तरीके से काम करने को लेकर है।