भारत और चीन के बीच वार्ता चल रही है, पहले से कोई अनुमान नहीं लगाना चाहता: जयशंकर

जयशंकर ने कहा कि यदि शांति के माहौल को सुनिश्चित नहीं किया गया और जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये, यदि उनका पालन नहीं किया गया तो यह ‘‘व्यवधान का प्राथमिक कारण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सार्वजनिक रूप से बहुत ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं। मैं निश्चित रूप से इसके लिए पहले से कोई अनुमान नहीं लगाना चाहता हूं।’’ तिब्बत की स्थिति के साथ-साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर जयशंकर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हमें अन्य मुद्दों पर विचार करना चाहिए, जिनका स्पष्ट रूप से लद्दाख में वर्तमान स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है।’’Discussions are on; what is going on is something confidential between us and Chinese: Jaishankar when asked about border situation in Ladakh
— Press Trust of India (@PTI_News) October 15, 2020
इसे भी पढ़ें: भारत की दो टूक, आंतरिक मसलों पर टिप्पणी का चीन को कोई अधिकार नहीं
उन्होंने कहा कि सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर 1993 से कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद से भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 30 वर्षों से, हमने सीमा पर शांति पर आधारित संबंध बनाए हैं।’’ जयशंकर ने कहा कि यदि शांति के माहौल को सुनिश्चित नहीं किया गया और जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये, यदि उनका पालन नहीं किया गया तो यह ‘‘व्यवधान का प्राथमिक कारण है।’’ गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में लगभग पांच महीनों से भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा है।
अन्य न्यूज़












