By अनन्या मिश्रा | Dec 11, 2025
अबॉर्शन अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण फैसला होता है। यह महिलाओं के शारीरिक हेल्थ के अलावा मानसिक हेल्थ को भी प्रभावित कर सकता है। असुरक्षित अबॉर्शन के कारण हर साल हजारों की संख्या में महिलाएं अपनी जान गवां देती हैं। इसलिए कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना अबॉर्शन पिल्स लेने की गलती नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर आप खुद से अबॉर्शन पिल्स लेती हैं, तो इसके खतरनाक नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि बिना डॉक्टर की सलाह लिए अबॉर्शन पिल्स लेने के क्या नुकसान हो सकते हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार, प्रेग्नेंसी से 20वें सप्ताह अबॉर्शन कराना कानूनी तौर पर जायज है। लेकिन खुद से अबॉर्शन पिल्स लेने से स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंच सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर दिन करीब 8 महिलाएं असुरक्षित गर्भपात की वजह से मौत हो जाती है। इसलिए इसके बारे में सावधानी बरतनी बेहद जरूरी होता है।
बता दें कि अबॉर्शन पिल्स को सही मात्रा में और सही समय पर लेना जरूरी होता है, जोकि सिर्फ डॉक्टर बता सकते हैं। खुद से ये पिल्स लेने पर खतरा रहता है कि दवा की खुराक गलत हो, जिसकी वजह से यह संभावना रहती है कि गर्भपात अधूरा हो और अधिक ब्लीडिंग होने लगे। वहीं कुछ मामलों में ब्लीडिंग इतनी ज्यादा बढ़ सकती है कि खून चढ़ाने तक की नौबत आ सकती है या फिर सर्जनी भी करवानी पड़ सकती है।
अधूरे गर्भपात की वजह से या यूट्रेस के बाहर प्रेग्नेंसी के मामले में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसको सेप्टक अबॉर्शन कहा जाता है। इसकी वजह से पेट दर्द, तेज बुखार या वजाइनल डिस्चार्ज से दुर्गंध जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। यह जानलेवा साबित हो सकता है।
वहीं अबॉर्शन के बाद भी काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इन पिल्स का सेवन करने के बाद सामान्य तौर पर मितली, पेट दर्द और ब्लीडिंग होती है। लेकिन ऐसा अबॉर्शन पिल्स के दुष्परिणामों की वजह से हो रहा है या फिर यह नॉर्मल है। यह डॉक्टर ही बता सकते हैं। वहीं अबॉर्शन के बाद उचित देखभाल नहीं होने पर भी कई खतरनाक नतीजे हो सकते हैं।