आजम ने कभी नहीं किया महिलाओं का सम्मान, लोकसभा में रहने का कोई अधिकार नहीं: रमा देवी

By अभिनय आकाश | Jul 26, 2019

सबसे ज्यादा महिला सांसदों के लोकसभा में चुन के आने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई थी। लेकिन स्पीकर की कुर्सी पर बैठी एक महिला सांसद रमा देवी के साथ अमार्यादित भाषा के इस्तेमाल को लेकर पूरे देश में सवाल उठ रहे हैं। क्या आजम खान की सदस्यता रद्द होनी चाहिए? ऐसे तमाम सवालों के बीच रमा देवी ने कहा कि आजम खान ने कभी भी महिलाओं का सम्मान नहीं किया। हम सभी जानते हैं कि उन्होंने जयाप्रदा जी के बारे में क्या कहा। उन्हें लोकसभा में रहने का कोई अधिकार नहीं है, आजम खान को माफी मांगनी चाहिए। 

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बता दें कि लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान रामपुर से सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान अपनी बात रख रहे थे। स्पीकर की चेयर पर बैठीं भाजपा सांसद रमा देवी ने आजम से कहा कि वह उनकी ओर देख कर अपनी बात कहें। इस पर आजम ऐसी टिपण्णी की जिसे की संसद की कार्यवाही से निकाल दिया गया। जिसके बाद रमा देवी और आजम से इस बयान को लेकर माफी की मांग की लेकिन आजम खान ने अपने द्वारा किसी भी अमार्यादित भाषा का प्रयोग न किया जाने की बात कह कर इस्तीफे की धमकी देकर सदन से निकल गए। इस सारे घटमाक्रम के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सदन में मौजूद थे और उन्होंने आजम खान का बचाव करने की भी भरपूर कोशिश की। 

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अखिलेश ने कहा, "अगर आप (लोकसभा अध्यक्ष) सोचते हैं कि खान की ओर से इस्तेमाल किया गया शब्द असंसदीय है, तो उसे हटाया जाना चाहिए." इस पर बिड़ला ने कहा, "आप सब के लिए यह कहना आसान है कि इसे हटाइए, उसे हटाइए लेकिन हटाने की जरूरत क्यों पैदा हुई?  वहीं आजम के इस बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि आजम खान की ये आदत हो गई है और वह बार-बार इस तरह की चीजें करते हैं। महिला ने आयोग ने कहा कि बिना कड़ी कार्रवाई के आजम खान सुधरेंगे नहीं। पहली बार नहीं है जब आज़म खान ने किसी महिला नेता के खिलाफ बेतुकी बात कही हो। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेत्री जया प्रदा के बारे में भी अमर्यादित टिप्पणी कर चुके हैं। इसके बाद खासा हंगामा हुआ. आज़म खान को चुनाव आयोग, महिला आयोग ने नोटिस तक भेजा था।