महाराष्ट्र में धार्मिक दरार पैदा करने वाली सभी सभाओं पर लगे रोक: नाना पटोले

By प्रेस विज्ञप्ति | Apr 18, 2022

मुंबई। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। देश में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों और श्रमिकों के मुद्दों से निपटने में मोदी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है। केंद्र सरकार अपनी इस नाकामी को छुपाने के लिए अब समाज में हिंदू-मुस्लिम को बांट कर विवाद खड़ा कर रही है। मोदी सरकार पर यह हमला महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने किया है। उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार को महाराष्ट्र में इस तरह की धार्मिक दरार पैदा करने वाली सभी नेताओं की सभा को बैन कर देना चाहिए। 

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मीडिया से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा कि ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और बेतहाशा महंगाई से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए धार्मिक मुद्दे उठाकर सामाजिक समरसता, शांति और सद्भाव को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का संविधान सभी को अपने धर्म को मानने और इसके अनुसार पूजा और इबादत करने की आजादी देता है। उन्होंने कहा कि मैं एक हिंदू हूं और हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करता हू लेकिन मैं कभी इसका ढिंढोरा पीट कर प्रचार नहीं करता हूं। हमें प्रार्थना करने के लिए किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।हम कहते हैं कि सभी धर्म समान हैं और सभी को एक -दूसरे के धर्म का आदर करना चाहिए। जो लोग दूसरों के धर्म की आलोचना कर रहे हैं, वे संविधान को नहीं मानते हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने कहा भाजपा का एजेंडा धार्मिक नफरत फैलाना और मुख्य मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाना है लेकिन लोग उनके एजेंडे के शिकार नहीं होंगे। हाल के उपचुनावों में बीजेपी पूरे देश में एक भी सीट नहीं जीत पाई है। जनता, भाजपा की इस साजिश को अच्छी तरह से समझ चुकी है। 

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पत्रकारों द्वारा मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के बारे में पूछे जाने पर नाना पटोले ने कहा कि नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को सुपारीबाज कहा था। अब देवेंद्र फडणवीस ही बता सकते हैं कि राज ठाकरे ने किसकी सुपारी ली है। दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में कानून हाथ में लेकर दंगे हुए हैं। वहां सबने देखा है कि इसके पीछे लोग कौन थे। महाराष्ट्र में भी ऐसा ही करने का प्रयास किया गया लेकिन महाराष्ट्र की सक्षम सरकार ने उनके इरादों को विफल कर दिया है। 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार को सभी धर्मों के धर्मगुरुओं को चर्चा के लिए बुलाना चाहिए और उचित फैसला लेना चाहिए और महाराष्ट्र को बदनाम करने वाले धर्म के ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

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