By रेनू तिवारी | Jun 06, 2025
आईपीएल जीतने वाले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के जश्न के दौरान बेंगलुरु में मची भगदड़ के दो दिन बाद, पुलिस ने शुक्रवार को केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आरसीबी प्रबंधन से निखिल सोसाले और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए से सुनील मैथ्यू को हिरासत में लिया। पुलिस के अनुसार, इस मामले में दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। गुरुवार को पुलिस ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के निर्देश पर आरसीबी, डीएनए और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसके बाद जिम्मेदार प्रतिनिधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि केएससीए के अधिकारी फिलहाल फरार हैं। गुरुवार को ही मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ के लिए जिम्मेदार चूक के कारण बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी दयानंद सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया।
उसी दिन पहले, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया और राज्य सरकार को 10 जून तक स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। कैबिनेट बैठक के बाद, सिद्धारमैया ने घोषणा की कि सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति माइकल कुन्हा नियोजन, समन्वय और भीड़ नियंत्रण में विफलताओं की जांच करने के लिए एक-व्यक्ति न्यायिक आयोग का नेतृत्व करेंगे। आयोग को अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है।
पुलिस कमिश्नर को निलंबित किया गया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने हुई भगदड़ के मामले में बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया तथा वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह को अगले आदेश तक बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त किया। भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने आरसीबी टीम, इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के प्रतिनिधियों की गिरफ्तारी का भी आदेश दिया, जिसके कुछ ही घंटों बाद उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित विभिन्न आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
राज्य सरकार पर उठे सवाल
राज्य सरकार की यह कार्रवाई भाजपा के चौतरफा हमले के बीच आई है, जिसने सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के इस्तीफे की मांग की है तथा सरकार पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है। सिद्धरमैया ने कहा, “आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई और कल की त्रासदी पर विस्तार से चर्चा की गई। कैबिनेट ने अपने विवेक से इस घटना की जांच कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपने का निर्णय लिया है और हमने आयोग से 30 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है।” उन्होंने कहा, मंत्रिमंडल ने कब्बन पार्क पुलिस थाने के सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर ए के गिरीश और सहायक पुलिस आयुक्त सी बालाकृष्णा, केंद्रीय संभाग के पुलिस उपायुक्त शेखर एच टेक्कन्नावर, स्टेडियम के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विकास कुमार विकास और बेंगलुरू शहर के पुलिस आयुक्त दयानंद को तत्काल निलंबित करने का भी निर्णय लिया है। कैबिनेट बैठक के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) को आरसीबी, डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
आरसीबी के प्रतिनिधि और अन्य की गिरफ्तारी का आदेश
एक अधिसूचना के अनुसार, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन टास्क फोर्स के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीमांत कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया है और अगले आदेश तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और बेंगलुरु पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात किया गया है। यह भगदड़ बुधवार शाम को स्टेडियम के सामने हुई, जहां बड़ी संख्या में लोग आईपीएल में आरसीबी टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए उमड़े थे। पुलिस ने बताया कि कब्बन पार्क थाने के एक पुलिस निरीक्षक की शिकायत के बाद ये प्राथमिकियां दर्ज की गईं। बृहस्पतिवार को ही भगदड़ की मजिस्ट्रेट जांच का नेतृत्व कर रहे बेंगलुरू शहर के उपायुक्त जी. जगदीश ने कहा कि केएससीए, आरसीबी और अन्य को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे, जबकि मामले को स्वतः संज्ञान में लेने वाले कर्नाटक उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को 10 जून तक इस दुखद घटना की स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।
एक्शन में राज्य सरकार
इससे पहले दिन में कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर ने घोषणा की कि सरकार किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़े आयोजनों, बैठकों और समारोहों के लिए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेगी। इस बीच बुधवार को हुई दुखद घटना में मारे गए लोगों के परिजन अब भी गमगीन हैं और उन्होंने भगदड़ के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। दिव्यांशी (15) के शोकाकुल पिता शिवकुमार ने कहा कि प्रशासन ने उचित व्यवस्था क्यों नहीं की? उन्होंने कहा, ‘‘मैसूर पैलेस रोड जाकर देखिए - राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए वे हर चीज की व्यवस्था करते हैं। इस समारोह के लिए उन्हें उचित योजना बनानी चाहिए थी।’’ बेंगलुरु के येलहंका में एक शोकाकुल परिवार के घर पर उस वक्त रिश्तेदार एकत्रित हुए, जब किशोर का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। यह एक हृदय विदारक दृश्य था। बेंगलुरु के बाहर के कुछ पीड़ितों के पार्थिव शरीर उनके संबंधित गृहनगरों में भेज दिए गए, जिनमें उत्तर कन्नड़ में सिद्धपुर और तमिलनाडु में उदुमलाईपेट्टई शामिल हैं। राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला तेज करते हुए भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने नयी दिल्ली में कहा, यह स्पष्ट रूप से राज्य सरकार की विफलता है। राज्य सरकार को अपनी विफलता स्वीकार करनी होगी।
इस घटना में 11 निर्दोष लोगों की मौत और घायल हुए लोगों के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को इस्तीफा देना होगा। इससे पहले कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार इस घटना के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए और कहा कि इस घटना के कारण बेंगलुरु की छवि खराब हुई है। उन्होंने कहा, हमें बहुत दुख पहुंचा है। पीड़ित हमारे अपने परिवार के सदस्य हैं। कर्नाटक की छवि, बेंगलुरु की छवि...हां, हम इसकी (जिम्मेदारी) लेते हैं। हम दूसरों पर आरोप नहीं लगा रहे हैं, हालांकि यह बहुत अप्रत्याशित रूप से हुआ है।
आरसीबी परेड के दौरान क्या हुआ
कर्नाटक में क्रिकेट प्रशंसकों के लिए जश्न का दिन बुधवार को अराजकता में बदल गया, जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की विजय परेड को अंतिम समय में रद्द कर दिया गया, जिससे एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भ्रम, भीड़भाड़ और भगदड़ मच गई। दिन की शुरुआत आरसीबी प्रबंधन की घोषणा के साथ हुई: एक जश्न मनाने वाली परेड एक खुली छत वाली बस में होगी, जो विधान सौध से स्टेडियम तक का छोटा रास्ता तय करेगी। स्टेडियम के अंदर परेड के बाद के कार्यक्रम के लिए मुफ्त पास ऑनलाइन वितरित किए जाने थे। लेकिन सुबह 11:56 बजे बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने घोषणा की कि परेड रद्द कर दी गई है। रद्द होने के बावजूद, जब आरसीबी की टीम दोपहर 1:30 बजे एचएएल एयरपोर्ट पर उतरी, तब तक तय रूट पर बड़ी भीड़ जमा हो चुकी थी। इसके बाद खिलाड़ी विधान सौधा जाने से पहले अपने होटल चले गए, जहां मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को एक संक्षिप्त सार्वजनिक समारोह में उनका सम्मान करना था।