Madhya Pradesh Tourism। भीमबेटका: जहां 30,000 साल पुराना इतिहास आज भी जीवंत है

By प्रीटी | Aug 21, 2025

भारत की धरती प्राचीन सभ्यताओं और सांस्कृतिक धरोहरों से भरपूर है, और मध्य प्रदेश का भीमबेटका (Bhimbetka) इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह स्थल न केवल पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इतिहास, कला और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक अद्भुत आकर्षण का केंद्र है। भीमबेटका की गुफाएँ मानव सभ्यता की सबसे पुरानी झलकियों में से एक प्रस्तुत करती हैं।


भीमबेटका का इतिहास

भीमबेटका शैलाश्रय समूह भोपाल से लगभग 45 किलोमीटर दक्षिण में रायसेन ज़िले में स्थित है। इसका नाम महाभारत के भीम पात्र से जुड़ा हुआ माना जाता है। कहा जाता है कि यह स्थान पांडवों के वनवास काल के दौरान उनका विश्राम स्थल रहा था।

इसे भी पढ़ें: Travel Tips: ओरछा और खजुराहो घूमने के लिए IRCTC लेकर आया शानदार प्लान, यहां पढ़िए सभी डिटेल्स

भीमबेटका की गुफाएं करीब 30,000 साल पुरानी मानी जाती हैं और यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों (UNESCO World Heritage Sites) में शामिल हैं। यहां की चट्टानों पर बने शैलचित्र प्रागैतिहासिक युग, मिजोलिथिक, नवपाषाण और ऐतिहासिक काल तक फैले हुए हैं।


शैलचित्रों की विशेषताएं

भीमबेटका की गुफाओं में पाए जाने वाले चित्र मुख्यतः लाल, सफेद और कभी-कभी पीले और हरे रंग में बने हुए हैं। इन चित्रों में शिकारी, नर्तक, जानवर, युद्ध दृश्य, सामाजिक गतिविधियाँ और धार्मिक प्रतीक शामिल हैं। यह चित्र मानव जीवन के प्रारंभिक स्वरूप, उनकी जीवनशैली और संस्कृति को उजागर करते हैं।


यहां करीब 750 गुफाएँ हैं, जिनमें से लगभग 15-20 को ही आम पर्यटकों के लिए खोला गया है। सबसे प्रसिद्ध गुफा है "ज्योति स्थल", जहाँ मानव आकृतियाँ नृत्य करती हुई दिखाई देती हैं।


पर्यटक अनुभव

भीमबेटका आने वाले पर्यटक एक अनोखे अनुभव का आनंद लेते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और गुफाओं की जटिल कलाकृति एक अलग ही दुनिया में ले जाती है। जंगलों से घिरे हुए यह शैलाश्रय सतपुड़ा की पहाड़ियों में बसे हुए हैं, जो खुद में एक रोमांचक यात्रा बन जाती है।


कैसे पहुँचे?

निकटतम हवाई अड्डा: भोपाल (45 किमी)


रेल मार्ग: भोपाल रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी है।


सड़क मार्ग: भोपाल से टैक्सी या बस के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।


ठहरने की व्यवस्था

भोपाल शहर में पर्यटकों के लिए विभिन्न प्रकार के होटल उपलब्ध हैं — बजट से लेकर लक्ज़री तक। भीमबेटका में ठहरने की सुविधा नहीं है, अतः भोपाल में रुकना अधिक सुविधाजनक होता है।


यात्रा का सर्वोत्तम समय

भीमबेटका की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है, जब मौसम सुहावना और यात्रा के अनुकूल होता है।


भीमबेटका केवल एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि यह मानव सभ्यता के उद्भव और विकास की कहानी को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है। यह उन यात्रियों के लिए एक जरूरी स्थल है, जो इतिहास, संस्कृति और कला में रुचि रखते हैं। एक बार भीमबेटका की यात्रा करना, जैसे समय की सुरंग में प्रवेश कर मानव विकास की प्राचीन यात्रा को प्रत्यक्ष रूप से देखना है।


-प्रीटी

प्रमुख खबरें

SEBI का फिनफ्लुएंसर पर शिकंजा: अवधूत साठे के 546 करोड़ जब्त, बाजार में बड़ा संदेश

NIRF 2025: जानें देश के टॉप 10 MBA कॉलेज, भविष्य की उड़ान यहीं से!

BJP नेता दिलीप घोष का आरोप, बंगाल में 10% फर्जी मतदाताओं को बचाने के लिए TMC कर रही SIR का दुरुपयोग

Dhurandhar Movie Review : 2025 का धमाका, रोमांच और गर्व से भरी फ़िल्म