By अंकित सिंह | Sep 03, 2025
एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर आंतरिक कलह सामने आती हुई दिखाई दे रही है। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में कम से कम 20 सीटों पर मांग रख दी है। उन्होंने मीडिया से कहा कि आम जनता और हमारे कार्यकर्ताओं की मांग है कि हमें ऐसी सीटें चाहिए जो हमारी गरिमा बचा सकें। अगर एनडीए के दिल में हमारे लिए सहानुभूति है और वे हमारी पार्टी को मान्यता देना चाहते हैं, तो उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में हमें कम से कम 20 सीटें देनी चाहिए।
हालांकि, इससे पहले मांझी ने दावा किया था कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में कम से कम 35-40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के राज्य के शीर्ष नेताओं के साथ रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बिहार भाजपा सूत्रों के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव की चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए आज दिल्ली में बैठक होने वाली है और पार्टी नेता चुनाव जीतने के लिए ज़मीनी स्तर पर कड़ी मेहनत करने हेतु अमित शाह से मार्गदर्शन लेंगे।
बिहार भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बिहार चुनाव की रणनीति पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मार्गदर्शन राज्य विधानसभा चुनाव में एनडीए की सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा। बिहार के एक अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता ने एएनआई को बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जिस तरह से 'मतदाता अधिकार यात्रा' निकाली गई, उसका उद्देश्य बिहार की जनता को वोट चोरी के नाम पर गुमराह करना और दुनिया के लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माँ को गालियाँ देना है।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि आज की बैठक में पार्टी आलाकमान जो भी मार्गदर्शन और सुझाव देगा, हम उसे जमीनी स्तर पर लागू करेंगे ताकि पार्टी कार्यकर्ताओं को बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया जा सके। बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने की उम्मीद है, हालाँकि भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने अभी तक आधिकारिक कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है।