By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 15, 2021
इसी कड़ी में यादव ने कहा, मेरठ के प्रभारी मंत्री तो पिछले दिनों दो घंटे सर्किट हाउस के एसी कमरे में बैठकर चले गए। उन्होंने नातो जनता की तकलीफें सुनी और नाहीं अस्पतालों का निरीक्षण किया, भाजपा सरकार और उनके मंत्रियों की संवेदनहीनता अमानवीय स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा, गांवों में संक्रमण बढ़ने का कारण यह है कि भाजपा सरकार दवाई, जांच, डॉक्टर तथा टीके का कोई इंतजाम नहीं कर पा रही है, गांवों में स्वास्थ्य का ढांचा भाजपा सरकार ने पहले से ही ध्वस्त कर दिया है और जिन पर लोगों के इलाज की जिम्मेदारी है वे हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। सपा अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के कहर से हाहाकार मचा हुआ है और अधिकारी आंकड़ों पर पर्दा डालने के खेल में लगे हुए हैं।
गोरखपुर की ग्राम पंचायतों में 46 हजार ग्रामीण खांसी, बुखार की चपेट में हैं और प्रशासन सिर्फ 764 की संख्या बताकर अपनी नाकामी छुपा रहा है। उन्होंने कानपुर, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, गोंडा आदि कई जिलों में हालात बेकाबू होने का दावा करते हुए कहा, चारों ओर हाहाकार है लेकिन लोगों की चीखें भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री के कानों तक नहीं पहुंच रही हैं। वे अपनी मानवीय संवेदना खो चुके हैं। गंदी राजनीति और झूठे प्रचार की जोर पर वे स्वयं को सफल मान रहे है। जनता उन्हें किस नजर से देख रही है, इसका अंदाजा उन्हें 2022 के चुनाव में लगेगा।