By नीरज कुमार दुबे | Mar 24, 2018
उत्तर प्रदेश में दिलचस्प राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भाजपा ने सात राज्यों में राज्यसभा की बची हुई 25 सीटों में से 12 सीटें जीत ली हैं और इसी के साथ संसद के ऊपरी सदन में वह सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है। अब राज्यसभा में भाजपा के 69 सदस्य और कांग्रेस के 50 सदस्य हो गये हैं। इस बार 58 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को सर्वाधिक 28 सीटें मिली हैं हालांकि 245 सदस्यीय राज्यसभा में बहुमत के आंकड़े 126 से राजग अभी भी दूर है।
इन चुनावों से पहले भाजपा के राज्यसभा में 58 और कांग्रेस के 54 सदस्य थे। इस बार भाजपा को पिछली बार के मुकाबले बिहार से एक और गुजरात से एक सीट का नुकसान हुआ लेकिन पार्टी कुल 58 में से 28 सीटों पर विजयी रही। सर्वाधिक नुकसान उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को हुआ जिसको 5 सीटों का नुकसान हुआ। इस बार के चुनावों में 10 राज्यों की 33 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गये थे।
2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद से भाजपा इस प्रयास में लगी है कि राज्यसभा में भी पार्टी का बहुमत हो जाये इसीलिए हर राज्य विधानसभा चुनाव को पार्टी बहुत गंभीरता के साथ लड़ रही है और उसमें अपनी सारी ताकत झोंक दे रही है। इसके परिणाम भी मिले हैं और जम्मू-कश्मीर से लेकर त्रिपुरा तक में भाजपा सरकार में है या सरकार का हिस्सा है। पार्टी को तेदेपा के अलग हो जाने से राज्यसभा में झटका लगा है लेकिन भाजपा एआईडीएमके को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रही है जिसके राज्यसभा में 13 सांसद हैं।
जहाँ तक कांग्रेस की बात है तो यह पहली बार है कि वह राज्यसभा में संख्या के मामले में सत्ता पक्ष से पिछड़ गयी है क्योंकि अब तक हुए चुनावों में चाहे सरकार किसी की भी बनी हो कांग्रेस का ही राज्यसभा में वर्चस्व रहा है। देखना होगा कि अहम विधेयकों को पारित कराना अब राजग के लिए राज्यसभा में कितना आसान हो पाता है।
इस बार 58 सीटों पर चुनावों में राजनीतिक दलों को कितनी सीटों पर विजय मिली। इसका आंकड़ा इस प्रकार है-
भाजपा- 28
कांग्रेस-10
टीएमसी-4
बीजद-3
टीआरएस-3
टीडीपी-2
जदयू-2
राजद-2
शिवसेना-1
राकांपा-1
वाईएसआर कांग्रेस-1
सपा-1
एलडीएफ-1