By अंकित सिंह | May 28, 2025
एनडीए के 10 विधायकों के एक समूह ने बुधवार को मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला से राजभवन में मुलाकात की और बाद में कहा कि उन्होंने राज्य में एक लोकप्रिय सरकार के गठन के लिए 44 विधायकों के समर्थन का हवाला दिया है। 10 विधायकों में भाजपा के युमनाम राधेश्याम सिंह, थोकचोम राधेश्याम सिंह, लौरेम्बम रामेश्वर मीतेई, थंगजाम अरुणकुमार, ख. रघुमणि सिंह, कोंगखम रोबिंद्रो सिंह और पाओनम ब्रोजेन सिंह; एनपीपी से शेख नूरुल हसन और जंगहेमलियुंग; और निर्दलीय सपाम निशिकांत शामिल हैं। नौ विधायक मीतेई बहुल घाटी से हैं, जबकि पानमेई एक नागा हैं।
भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात के बाद दावा किया कि 44 विधायक नयी सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, 44 विधायक जनता की इच्छा के अनुसार सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल को यह बता दिया है। हमने इस मुद्दे के लिए क्या समाधान हो सकते हैं, इस पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, राज्यपाल ने हमारी बातों पर गौर किया और लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह सरकार बनाने का दावा करेंगे, तो उन्होंने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा।
सिंह ने कहा, हालांकि, यह बताना कि हम तैयार हैं, सरकार बनाने का दावा पेश करने जैसा है। विधानसभा अध्यक्ष सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और संयुक्त रूप से मुलाकात की है। किसी ने भी नयी सरकार के गठन का विरोध नहीं किया है। उन्होंने कहा, लोगों को बहुत अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में कोविड के कारण दो साल बर्बाद हो गए थे और इस कार्यकाल में संघर्ष के कारण दो और साल बर्बाद हो गए हैं। भाजपा नेता एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है। मई 2023 में शुरू हुए मेइती और कुकी-जो समुदाय के बीच जातीय संघर्ष से निपटने के उनके सरकार के तरीके को लेकर आलोचनाओं के बीच बीरेन ने इस्तीफा देने का फैसला लिया था।