By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 30, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में विकास के कई काम हुए हैं और हम इसी आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। भाजपा, जद(यू) और लोजपा मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे। जीतन राम मांझी, जिन्होंने जद(यू) से हाथ मिलाया है, वह भी साथ रहेंगे। हम तीन-चौथाई बहुमत से फिर से सरकार बनाएंगे।’’ बैठक में शाह की मौजूदगी से संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा ने सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों से अंतिम दौर की बातचीत से पहले अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो जल्द ही सीटों के बंटवारे को लेकर घोषणा की जाएगी और चार या पांच अक्टूबर को पहले चरण के मतदान वाली सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी। पहले चरण के तहत राज्य की 243 में से 71 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार को आरंभ हो जाएगी, जो आठ अक्टूबर तक चलेगी। लोजपा नेता चिराग पासवान ने संकेत दिए हैं कि यदि सीटों का ‘‘सम्मानजनक’’ बंटवारा नहीं हुआ तो वह राज्य की 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। वर्ष 2015 के चुनाव में लोजपा 42 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे महज दो ही सीटों पर जीत मिल सकी थी। उस चुनाव में जद(यू) महागठबंधन का हिस्सा था।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ मिलकर उसने राजग को पटखनी दी थी। चुनावी तैयारियों के मद्देनजर चिराग ने आज पार्टी नेताओं की एक अहम बैठक की। जद(यू) और लोजपा के रिश्तों में पिछले कुछ समय से चल रही कड़वाहट की वजह से राजग में तनाव बना हुआ है। दोनों दलों के बीच भाजपा समन्वय बिठाने की कोशिशें कर रही है। बिहार विधानसभा का चुनाव तीन चरणों में होना है। पहले चरण के तहत 28 अक्टूबर को, दूसरे चरण के तहत तीन नवंबर को और तीसरे व अंतिम चरण के तहत सात नवंबर को मतदान होना है। मतगणना 10 नवंबर को होगी। गौरतलब है कि भाजपा ने बुधवार को ही औपचारिक तौर पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बिहार का चुनाव प्रभारी घोषित किया। जल्द ही फडणवीस और यादव बिहार का दौरा कर चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे और सहयोगी दलों के नेताओं से भी मिलेंगे।