By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 22, 2020
गामा ने अपने गांव के त्रिलोकी नाथ तिवारी की भूमि पर जबर्दस्ती कब्जा कर लिया था तथा प्रतिरोध करने पर त्रिलोकी नाथ तिवारी पर जान लेने की नीयत से हमला किया था।’’ भाजपा विधायक ने इसके साथ ही कहा कि एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत हुई है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी उनके साथ है। यह पूछे जाने पर कि जब पार्टी नेतृत्व कदम को सही ठहरा रहा है तो फिर नोटिस जारी क्यों किया, सिंह ने कहा कि यह परम्परा है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र प्रताप सिंह से गलती हुई है, लेकिन वह अपराधी नहीं है। भाजपा विधायक ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर पोस्ट कर अपने कदम का सार्वजनिक रूप से इजहार कर दिया है। उन्होंने लिखा है, ‘‘विपत्ति काल मे अपने सहयोगी, संबंधी, भाई और कार्यकर्ताओं को छोड़ना महापाप होता है। इसलिए हमने अपने धर्म का निर्वहन किया है और करता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे किसी भी कठिनाई का सामना करना पड़े, वह मुझे सहर्ष स्वीकार होगा।’’
भाजपा विधायक श्री सिंह के पुत्र विद्या भूषण सिंह हजारी ने भी अपने पिता के सुर में सुर मिलाते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया है, ‘‘जिन नेताओं को पद से प्यार है डरते रहे, हमें अपने कार्यकर्त्ताओं का सम्मान एवं प्रतिष्ठा ही प्यारी है। सत्य पराजित नहीं हो सकता।’’ गौरतलब है कि पिछले बृहस्पतिवार को जिले के रेवती इलाके में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के दौरान विवाद के बाद भाजपा नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चलाई थी जिसकी चपेट में आने से जयप्रकाश पाल नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। धीरेंद्र को पिछले रविवार को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। बैरिया क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह शुरू से ही आरोपी के पक्ष में खुलकर आ गए थे।