By रितिका कमठान | Jun 14, 2025
देश रोजाना कई कमर्शियल फ्लाइट्स का संचालन होता है। ये फ्लाइट्स आसमान में उड़ान भरती है। इन फ्लाइट्स में चमकीले नारंगी रंग के कुछ मजबूत बॉक्स को विमान के कॉकपिट के पास रखा जाता है। इस मजबूत बॉक्स को ब्लैक बॉक्स कहा जाता है।
इन बॉक्स की खासियत होती है कि ये बिना किसी रुकावट के फ्लाइट के दौरान डेटा को रिकॉर्ड करते है। गुरुवार दोपहर एयर इंडिया के विमान से जुड़ी दुर्घटना की जानकारी महत्वपूर्ण है, जिसकी जानकारी ब्लैक बॉक्स से मिल सकती है। मॉडर्न फ्लाइट में कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (सीवीआर) और डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (डीएफडीआर) जैसे महत्वपूर्ण उपकरण होते हैं, जो उड़ान के दौरान महत्वपूर्ण डेटा और वार्तालाप रिकॉर्ड करते हैं। इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है। इन रिकॉर्डर्स को उच्च दृश्यता के लिए चमकीले नारंगी रंग से रंगा जाता है, जिससे दुर्घटना की स्थिति में इन्हें आसानी से ढूंढा जा सके। कुछ विमानों में दोनों रिकॉर्डर एक ही इकाई में एकीकृत होते हैं।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो
बता दें कि अप्रैल 2025 में एएआईबी ने दुर्घटना की जांच को अधिक प्रभावी तरीके से करने के लिए दिल्ली में फ्लाइट रिकॉर्डर प्रयोगशाला स्थापित किया है। डीएफडीआर को चमकीले नारंगी रंग का बनाया जाता है ताकि ये दूर से भी दिखाई दे सके। ये रिफ्लेक्स मैटिरियल से बना होता है। पानी के नीचे भी ये एक्टिव रहता है। इसके लिए सिग्नलाइजेशन के साथ सुरक्षित रूप से जोड़ा जाता है।
बता दें कि एएआईबी विमान दुर्घटनाओं की जांच करता है। इसके साथ ही इसका काम सुरक्षा में सुधार के उपाय को भी सुझाव देता है। गुरुवार को उड़ान भरने के बाद अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना होने के बाद एएआईबी इसकी जांच कर रहा है।