LPG परियोजना में शामिल हुई BPCL और HPCL, कांडला से गोरखपुर में बिछायी जाएगी पाइपलाइन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 04, 2019

नयी दिल्ली। भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. (एचपीसीएल) देश की सबसे लंबी एलपीजी पाइपलाइन परियोजना में शामिल हुई है। देश की एक चौथाई आबादी को रसोई गैस ईंधन की जरूरतों को पूरा करने के लिये इस पाइपलाइन को सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) बिछा रही है। दोनों कंपनियों ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि बीपीसीएल और एचपीसीएल 9,000 करोड़ रुपये की परियोजना में 25-25 प्रतिशत हिस्सेदारी लेगी। परियोजना के तहत गुजरात में कांडला से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पाइपलाइन बिछायी जा रही है।

इसे भी पढ़ें: ONGC फिर से बनी सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली सरकारी कंपनी

शेष 50 प्रतिशत हिस्सेदारी आईओसी के पास होगी। कंपनी ने 2016 में पाइपलाइन बिछाने का प्रस्ताव किया था। सूचना के अनुसार, ‘‘आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने परियोजना के क्रियान्वयन तथा गुजरात के कांडला से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक 2,757 किलोमीटर लंबी एलपीजी पाइपलाइन के परियोजना को लेकर संयुक्त उद्यम बनाने के लिये तीन जून 2019 को समझौते पर हस्ताक्षर किये।’’ 

इसे भी पढ़ें: इंडियन आयल आने वाले सालों में विभिन्न ऊर्जा क्षेत्रों में दो लाख करोड़ का करेगी निवेश

एलपीजी का कांडला में आयात किया जाएगा और कुछ पश्चिमी तट पर स्थित तेल रिफाइनरी से लिया जाएगा। इसे अहमदाबाद (गुजरात), उज्जैन, भोपाल (मध्य प्रदेश), कानपुर, इलाहबाद, वाराणसी और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के रास्ते ले जाया जाएगा। पाइपलाइन के जरिये 60 लाख टन सालाना एलपीजी का परिवहन किया जाएगा। यह देश की सबसे बड़ी एलपीजी पाइपलाइन होगी। सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल फिलहाल गुजरात के जामनगर से उत्तर प्रदेश के लोनी तक 1,415 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का परिचालन कर रही है। इस लाइन के जरिये सालाना 25 लाख टन एलपीजी का परिवहन हो रहा है। 

प्रमुख खबरें

IPL 2024 MI vs KKR: नहीं थम रहा मुंबई इंडियंस के हार का सिलसिला, 12 साल बाद कोलकाता ने वानखेड़े में फहराया जीत का पताका

Baramati में कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों ने बताई समस्याएं, Ajit-Sunetra से जनता को बड़ी उम्मीदें

Sharad Pawar के हाथ से फिसल रहा Baramati, अजित का बढ़ रहा दबदबा

रायबरेली से नामांकन के बाद बोले राहुल गांधी, बड़े भरोसे के साथ मेरी मां ने मुझे सौंपी परिवार की कर्मभूमि