By अंकित सिंह | Apr 22, 2022
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिन की भारत यात्रा पर हैं। दौरे के पहले दिन वह गुजरात के गांधीनगर में थे। इसके बात वे नई दिल्ली पहुंचे। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उन्होंने द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते भी हुए हैं। इन सबके बीच नीरव मोदी, विजय माल्या और खालिस्तानी चरमपंथियों से जुड़े एक सवाल के जवाब में बोरिस जॉनसन ने कहा कि हमारा बहुत मजबूत दृष्टिकोण है कि हम भारत को धमकी देने या अन्य देशों को धमकी देने वाले चरमपंथी समूहों को बर्दाश्त नहीं करते हैं। हमने भारत की मदद के लिए एक चरमपंथी विरोधी कार्यबल का गठन किया है।
बोरिस जॉनसन ने कहा कि जिस तरह से सिर्फ यूक्रेन में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में स्थिति बन रही है वो ब्रिटेन और भारत को और अधिक मिलकर काम करने के लिए बाध्य कर रही है। रूस को लेकर भारत की स्थिति सर्वविदित है। यह बदलने वाला नहीं है। आपको बता दें कि द्विपक्षीय वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एफटीए वार्ता पर चर्चा की। दोनों पक्ष ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, व्यापार, रक्षा पर निगम के लिए सहमत हुए हैं।