By अभिनय आकाश | Jun 20, 2025
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों की पोल अब लगातार खुल रही है। ट्रंप बार बार ओवर कॉन्फिडेंस से साथ करीब एक दर्जन से ज्यादा बार ये कह चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच की जंग को रुकवाया है। भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्ति है और एक परमाणु जंग को उन्होंने रोका है। लेकिन भारत बार बार ये कहता आया है कि ट्रंप के दावे खोखले हैं। ट्रंप जो कह रहे हैं उसमें ट्रंप की कोई भूमिका नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर केवल और केवल भारत और पाकिस्तान की इच्छा से ही हुई। अब तक तो ये केवल भारत कह रहा था। लेकिन इस बार पाकिस्तान ये कह रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर और दोनों देशों के बीच शुरू हुई जंग को खत्म करने में ट्रंप की कोई भूमिका नहीं थी।
22 अप्रैल 2025 की तारीख को किसी भी हिंदुस्तानी के लिए भुला पाना नामुमकिन है। खासतौर से उन लोगों ने अपने पति, बेटे, पिता को खोया है। इस आतंकी हमले के बाद पूरा भारत बदले की आग में झुलस रहा था। तब भारतीय सेना ने हर एक आंसू का बदला लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया और आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तानको मुंहतोड़ जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने कितने भी झूठे दावे किए हो लेकिन पाकिस्तान कि बौखलाहट हर मौके पर नजर आई। इसका ताजा उदाहरण पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इशाक डार का बयान जिसमें वो मान रहे हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कार्रवाई को रोकने के लिए उन्हें दूसरे देशों का सहारा लेना पड़ा।
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने खुलासा किया है कि सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने सीधे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात करने की पहल की और पाकिस्तान के तरफ से आश्वासन दिया कि वो संघर्ष रोकने को तैयार हैं। दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने अपने एक इंटरव्यू में खुद माना है कि पाकिस्तान भारत को जवाब देने की तैयारी में था। लेकिन उससे पहले ही भारत ने नूर एयरबेस और शोरकोट एयरबेस पर हमला कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब भारत की मिसाइलें एक एक कर पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बना रही थी तो पाकिस्तान परेशान था।
भारत के हमले के बाद प्रधानमंत्री ने आई फोर्सेज को जवाबी एक्शन के लिए अधिकृत कर दिया, डिटेल तय हो गई कि हमें क्या रोल आउट करना है, और हमने चार बजे के बाद शुरू किया, लेकिन मैं बदकिस्मती कहूंगा कि इंडिया ने ढाई बजे फिर वही हरकत कर दी, नूर खान एयरबेस पर शोरकोट एयर बेस पर उन्होंने फिर अटैक किया, उसी रात को इस हमले के 45 मिनट बाद ही मुझे सऊदी प्रिंस फैसल साहब का फोन आया और उन्होंने मुझे कहा कि ब्रदर मुझे समझ में आ रहा है कि आपकी बात अमेरिकी विदेश मंत्री माकों रुबियो से हुई है। उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें (भारत के विदेश मंत्री) एस जयशंकर से बात करने और यह बताने का अधिकार है कि अगर वे (भारत) रुकते हैं तो हम तैयार हैं। मैंने कहा हाँ, भाई, आप कर सकते हैं। इसके बाद उन्होंने मुझे वापस बात की और कहा कि उन्होंने एस जयशंकर को भी यही बात बता दी है।
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