By नीरज कुमार दुबे | Feb 16, 2023
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी जी से हमने पूछा कि ताइवान के प्रति चीन की आक्रामकता बढ़ने के मुख्य कारण क्या हैं? हमने यह भी जानना चाहा कि क्या चीन ताइवान पर सीधा हमला करने की हिमाकत कर सकता है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि चीन ताइवान को डराने के और उस पर दबाव बनाने के सभी प्रयास जरूर करेगा लेकिन वह सीधा हमला करने की कार्रवाई नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दरअसल चीन ने देख लिया है कि विश्व की बड़ी शक्ति रूस ने यूक्रेन को छोटा समझ कर उसके खिलाफ युद्ध छेड़ दिया लेकिन इस युद्ध में जिस तरह से अमेरिका, पश्चिमी देश, नाटो अथवा यूरोपीय देश यूक्रेन की पूरी मदद कर रहे हैं उससे यह युद्ध खिंचता चला जा रहा है।
ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी ने कहा कि चीन जानता है कि यदि युद्ध छेड़ दिया जाये तो बीच में लौटने का रास्ता नहीं होता। चीन खुद इस समय अर्थव्यवस्था संबंधी तमाम परेशानियों को झेल रहा है इसीलिए वह ताइवान के खिलाफ युद्ध नहीं छेड़ेगा। लेकिन शी जिनपिंग अपने भाषणों में अवश्य बड़ी-बड़ी बातें कहते रहेंगे और ताइवान को डराने के लिए अपने लड़ाकू विमान उसके आसमान के पास से गुजारते रहेंगे। उन्होंने कहा कि चीन यह भी देख रहा है कि ताइवान के मामले में अमेरिका उसे आसानी से मनमानी नहीं करने देगा।