उन्होंने कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद से प्रदेश में कई बार ओलावृष्टि, अतिवृष्टि व सूखे जैसी भीषण आपदायें आई हैं और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि हर बार प्रदेश की भाजपा सरकार दावा करती है कि आपदा राहत के लिए केन्द्र से सहायता दिलवाई जाएगी। मगर सरकार बनने के साथ ही हुई अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के 10 लाख प्रभावित किसानों को आज तक सरकार मुआवजा नहीं दे सकी है।
उन्होंने कहा कि गत् वर्ष आई बाढ़ के दौरान डेढ़ हजार से अधिक गांवों को नुकसान पहुंचा था, लेकिन सरकार बाढ़ पीडि़तों को अब तक कोई राहत नहीं दे सकी है। पायलट ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार में गत् चार वर्षों में कोई समन्वय नहीं रहा, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता लगातार भुगत रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने प्रधानमंत्री को रिफाइनरी योजना के शुभारम्भ के नाम पर प्रदेश में बुलाया था और दिखावा किया गया कि केन्द्र व राज्य सरकार के मध्य सब कुछ सामान्य है ताकि लोगों को भ्रमित किया जा सके।