By अभिनय आकाश | Oct 19, 2021
चीन आए दिन अपने देश में नई-नई नीतियां लाता रहता है, या कानूनों में अपने फायदे के लिए जिनपिंग सरकार द्वारा बदलाव किए जाते हैं। इसी क्रम में अब चीन बच्चों के अपराध की सजा मां-बाप को देने की तैयारी में है। चीन की संसद से इस सप्ताह परिवार शिक्षा प्रोत्साहन कानून के एक मसौदे पर विचार करने की उम्मीद जताई जा रही है। जिसके तहत बच्चों के बुरे व्यव्हार के लिए माता-पिता को जवाबदेह ठहराया जाएगा। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार अगर कानून पारित हो जाता है, तो माता-पिता को उनके बच्चों के दुर्व्यवहार करने के लिए दंडित किया जाएगा। इसके साथ ही बच्चों को मजबूरन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, देश और समाजवाद से प्यार करना सिखाने के लिए मजबूर किया जाएगा। प्रस्तावित कानून का एक मसौदा जिस पर नेशनल पीपुल्स कांग्रेस द्वारा अपने स्थायी समिति सत्र के दौरान बहस की जाएगी। प्रस्तावित नियम बच्चों को आराम करने और व्यायाम करने के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करने की भी बात कहता है।
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के विधायी मामलों के आयोग के प्रवक्ता झांग तिइवेई ने कहा कि किशोरों के दुर्व्यवहार करने के कई कारण हैं, इसमें ठीक तरीके से पारिवारिक शिक्षा न मिलना या इसमें कमी बड़ा कारण है। बिल के मसौदे के अनुसार, उनसे बच्चों में "बुजुर्गों का सम्मान करने और युवाओं के प्रति प्यार की भावना पैदा करने की भी उम्मीद की जा रही है। देश के शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में इस बात पर विचार किया है कि बच्चों को कितने घंटे वीडियो गेम खेलना चाहिए। बच्चों को कहा गया था कि वे शुक्रवार, शनिवार और रविवार को ही केवल एक घंटे तक ऑनलाइन गेम खेलने की अनुमति देते हैं। चीन ने होमवर्क भी कम करने का ऐलान किया है और बड़े विषयों में स्कूल के बाद सप्ताहांत या छुट्टी के दिन ट्यूशन पढ़ाने पर बैन लगा दिया है।
चीन ने ऑनलाइन वीडियो गेम 'आध्यात्मिक अफीम' की संज्ञा दी है। एएनआई के अनुसार चीनी शिक्षा मंत्रालय ने दिसंबर में चीनी पुरुषों से कम फेमिनल होने की अपील की थी। । इसके साथ ही इन्टरनेट सेलिब्रिटीज के अंधभक्त बनने के बजाए सॉकर जैसे खेलों को बढ़ावा देने की बात कही थी।