By अभिनय आकाश | Mar 16, 2023
कंगाल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर गिरफ्तारी की तलवार लटर रही है। वो किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी से पहले पाकिस्तान में दंगे शुरू हो गए हैं। पाकिस्तान के कई शहरों में इमरान खान के समर्थकों ने आग लगा दी है। लड़कों पर पत्थरबाजी हो रही है। देश पहले से ही बर्बाद था लेकिन पाकिस्तान के सरकार विपक्ष और सेना की आपसी लड़ाई निर्देश को जलाकर राख बना दिया है। कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी सभी जगह पर दंगे हो रहे हैं। यह सब इसलिए हो रहा है कि करप्शन के मामले में इमरान खान को कहीं जेल ना हो जाए। लेकिन दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान को चलाने और इमरान खान के खिलाफ एक्शन के पीछे चीन है।
इमरान पर क्या हैं आरोप
तोशखाना एक भंडार जहां विदेशी अधिकारियों से सरकारी अधिकारियों को दिए गए उपहार रखे जाते हैं। इमरान पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में विभिन्न देशों से मिले गिफ्ट को तोशाखाना (कोपागार) से सस्ते दामों में लेकर उन्हें महंगी कीमत पर बेचा। गिफ्ट 2.15 करोड़ रुपये में खरीदे गए और 20 करोड़ रुपये से ज्यादा में बिके। 28 फरवरी को इस्लामाबाद सेशन कोर्ट ने इमरान को तोशाखाना केस में आरोपी माना था। इसके बाद उनके खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट भी जारी कर दिया था।
जज को धमकाने का आरोप
पिछले साल अगस्त में, इमरान खान ने अपने विशेष सहायक शाहबाज़ गिल के साथ एकजुटता में एक राजनीतिक रैली की, जिसमें आरोप लगाया गया कि उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किया जा रहा है। उस भाषण के दौरान, इमरान खान ने जज ज़ेबा चौधरी को कथित रूप से धमकी देते हुए कहा कि उन्हें "खुद को तैयार रखना चाहिए क्योंकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इमरान खान की टिप्पणी के तुरंत बाद, उनके खिलाफ न्यायाधीश को धमकी देने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
अमेरिका से माफी, चीन को बताया दुश्मन
पाकिस्तान में हो रही हिंसा के बीच एक और होश उड़ा देने वाली खबर सामने आई है। खबर है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के पीछे चीन का हाथ है। चीन ने ही शहबाज शरीफ से इमरान खान के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। पाकिस्तान के एक पत्रकार ने खुलासा करते हुए कहा है कि कुछ समय पहले इमरान खान ने अमेरिका के अधिकारियों के साथ एक सीक्रेट बैठक की थी। इमरान खान और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की खुफिया बैठक का खुलासा हुआ है। बैठक में इमरान खान ने अपनी सरकार को हटाने की साजिश रचने के आरोपों के लिए माफी मांगी है। इतना ही नहीं इमरान खान ने चीन पर निशाना साधते हुए उसे दुश्मन देश करार दिया है। इमरान खान ने कहा कि अब मुझे अहसास हुआ कि पाकिस्तान का अगर कोई असली दुश्मन है तो वो चीन है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बर्बादी की कगार पर लाने के लिए जिम्मेदार है।
चीन की शह पर कार्रवाई?
इमरान खान ने कहा कि चीन के सीपैक प्रोजेक्ट की वजह से पाकिस्तान कर्ज के जाल में फंस गया। वादा किया कि वह दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं तो चीन की नीतियों के खिलाफ कड़े कदम उठाएंगे। अमेरिका से की गई बातें चीन तक पहुंच गई और उसी के बाद से चीन इमरान खान के पीछे हाथ धोकर पड़ गया। हालांकि इस बैठक को लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है और न ही इस बात का खुलासा हो पाया है कि बैठक का अनुरोध इमरान खान ने किया था या नहीं।