By अभिनय आकाश | Jan 31, 2023
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने आरोप लगाया है कि बीबीसी को ज्यादा फंड की आवश्यकता थी और वह इसे चीनी-लिंक्ड हुआवेई से ले रहा है। राज्यसभा सांसद का यह दावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर चल रहे विवाद के बीच आया है। महेश जेठमलानी ने कहा कि बीबीसी इतना भारत विरोधी क्यों है? क्योंकि इसे पैसे की जरूरत है और चीन सरकार से जुड़े हुआवेई से प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीबीसी चीन के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पैसे ले रही है। ये सीधे-सीधे कैश फॉर प्रोपेगेंडा डील है। बीबीसी बिकाऊ है।
भाजपा सांसद ने अगस्त, 2022 में यूके की पत्रिका द स्पेक्टेटर में प्रकाशित एक कहानी का लिंक शेयर किया है। इसमें आरोप लगाया गया था कि बीबीसी हुआवेई से पैसे ले रहा था। इंडिया टुडे से बात करते हुए बीजेपी नेता अमित मालवीय ने दावा किया कि डॉक्यूमेंट्री का इस्तेमाल "टारपीडो इंडियाज़ ग्रोथ स्टोरी" के लिए किया जा रहा था। यह एक सर्वविदित तथ्य है कि उनकी सरकार द्वारा प्रायोजित कई चीनी कंपनियों ने बीबीसी के साथ लेन-देन किया है और पिछले कुछ वर्षों में बीबीसी को वित्तपोषित भी किया है। उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने पीएम मोदी को बरी कर दिया है। हम विदेशी मीडिया एजेंसी को भारत को यह निर्देश नहीं दे सकते कि उसका सार्वजनिक संवाद क्या होना चाहिए। हम इस तरह की दखलअंदाजी नहीं होने देंगे।
इस बीच, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध लगाने का सरकार का तरीका "बचकाना" है। कार्ति चिदंबरम ने कहा कि मुझे लगता है कि अगर (बीजेपी) सांसद के पास ठोस सबूत हैं (चीनी फंडिंग बीबीसी सीरीज़ पर), तो उन्हें ब्रिटेन में उचित निरीक्षण निकाय के पास जाना चाहिए और बीबीसी को बेनकाब करना चाहिए। यह काफी बचकाना है।